कांग्रेस में हर प्रदेश में कमोबेश जंग जारी है पंजाब की आग ठंडी नहीं हुई की केरल में कलह जारी है केरल कांग्रेस में पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह से तंग आकर वरिष्ठ नेता एवी गोपीनाथन ने इस्तीफा दे दिया है. दरअसल राज्य कांग्रेस में 14 जिलों के नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर विवाद हो रहा था. गोपीनाथन पलक्कड़ जिले के पूर्व विधायक और पार्टी अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने सोमवार को पार्टी से अलग होते हुए कहा- ‘मुझे अब टॉप लीडरशिप पर भरोसा नहीं रहा है, इस वजह से पार्टी में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है.’
विज्ञापन के लिए सम्पर्क करे 9142802566
उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस में बीते लगभग 50 वर्षों से काम कर रहा हूं. लेकिन अब मैं सभी आशाएं छोड़ चुका हूं. अब कांग्रेस में बने रहने का कोई सवाल नहीं है.’ हालांकि गोपीनाथन ने कहा है कि अभी वो किसी दूसरी पार्टी को नहीं ज्वाइन करने जा रहे हैं. लेकिन सत्ताधारी सीपीएम के नेता एके बालन ने कहा है कि फैसला गोपीनाथन के हाथों में है. बालन के इस बयान को सत्ताधारी पार्टी की तरफ से स्वागत के रूप में देखा जा रहा है.
विधानसभा चुनाव में नहीं दिया गया था टिकट, जताई थी नाराजगी
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक समर्थकों ने जोर दिया था कि गोपीनाथन को ही जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जाए. लेकिन लीडरशिप ने ए थंकप्पन को चुना. इससे पहले गोपीनाथन विधानसभा चुनाव में भी टिकट न दिए जाने को लेकर नाराज थे. लेकिन उन्हें पार्टी में पद देने का वादा किया गया था.
एक दिन पहले ही सस्पेंड किए गए हैं दो सीनियर पार्टी नेता
गोपीनाथन का इस्तीफा कांग्रेस लीडरशिप द्वारा पार्टी के दो सीनियर नेताओं के. सिवदासन नायर और एपी अनिल कुमार को सस्पेंड किए जाने के ठीक एक दिन बाद हुआ है. सिवदासन नायर और अनिल कुमार को पार्टी की आलोचना करने के लिए सस्पेंड किया गया है. दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.