पटना. इस वक्त बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी की सदस्यता खत्म कर दी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर रामबली चंद्रवंशी सदन से निष्कासित किए गए हैं. इस मामले में विधान परिषद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने फैसला जारी कर दिया है
बता दें, राजद एमएससी सुनील सिंह ने इस संबंध में विधान परिषद में याचिका दी थी. कई दिनों के सुनवाई के बाद रामबली चंद्रवंशी की सदस्यता समाप्त की गई. रामबली चंद्रवंशी ने लालू और तेजस्वी के खिलाफ ही मोर्चा खोल रखा था. राजद एमएससी सुनील सिंह सचेतक के रूप में अर्जी लगाई थी.
बता दें, रामबली चंद्रवंशी ने बीते दिनों तेजस्वी यादव और लालू यादव को लेकर कहा था कि वो दलित विरोधी हैं. वह अक्सर पार्टी विरोधी बयान को लेकर चर्चा में रहते थे. ऐसे में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर उनके खिलाफ विधानपरिषद में याचिका दी थी, जिसके बाद अब रामबली चंद्रवंशी की सदस्यता रद्द कर दी गई है
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को दिए गए मंत्री पद से वह बहुत ज्यादा खुश नहीं हैं. ऐसे में उनकी मांग है कि उन्हें दूसरा कोई विभाग का मंत्री पद का मिलना चाहिए. उन्होंने साफ तौर पर सरकार में दो मंत्री पद की मांग की और उदाहरण देते हुए मनचाहा विभाग के बारे में भी इशारा किया. मांझी ने कहा कि हम सड़क भी बनवा सकते हैं और हम नाली भी बनवा सकते हैं. हम हर वह काम कर सकते हैं जो कोई और कर सकता है. उनका इशारा पथ निर्माण विभाग की ओर था. ऐसे में मांझी को मनाने और साथ में रखने के लिए एनडीए खेमा भी लगातार एक्टिव है. मांझी बार-बार कह भी रहे हैं कि हैं कि वह एनडीए के साथ हैं. लेकिन सियासत है भाई… तेजस्वी के शब्दों में ही कहें तो … खेल अभी बाकी है