चंडीगढ़. आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख किया और चंडीगढ़ महापौर चुनाव परिणामों को रद्द करने तथा उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में नए सिरे से चुनाव कराने का अनुरोध किया. इससे कुछ घंटे पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चंडीगढ़ महापौर चुनाव में सभी तीन शीर्ष पदों पर जीत हासिल की और कांग्रेस-आम आदमी पार्टी (आप) गठबंधन को हरा दिया, आपको बताता चले की जीत के लिए हर कसर पूरा करने वाली भाजपा ने फिर एक बार धोखेबाजी से इस चुनाव को जीता है ,क्योंकि बहुमत और संख्या बल होने के बावजूद भी कांग्रेस और आप ने वहाँ मेयर चुनाव नहीं जीत पाई और आप और कांग्रेस के वोट को रद्द करवा कर चुनाव में जीत हासिल की भाजपा,
यह सब कुछ इतना आसान नहीं था क्योंकि पीठासीन अधिकारी की मिलीभगत इसमें सामने आ रही है जिसे लेकर आम आदमी पार्टी ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है आपको बताते चले की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मिलाकर कुल 20 वोट थे जबकि भाजपा के पास मात्र 16 वोट थे उसमें एक संसद का भी वोट था बावजूद इसके भाजपा ने बेईमानी से इस चुनाव को जीत लिया जिसे लेकर अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टी या मुखर होकर आलोचना कर रही है!