तेल अवीव. इजरायली सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने सैनिकों को लिखे एक लंबे पत्र में कहा कि गाजा पट्टी में युद्धविराम समाप्त होने के बाद सेना दृढ़ संकल्प के साथ हमास से लड़ने के लिए वापस लौटेगी. उन्होंने कहा, “आईडीएफ और सैनिक अपने मूल्यों को कायम रखते हुए हमारे लोगों के जीवन की रक्षा के लिए लड़ते हैं. हमने लड़ाई में इस ठहराव के दौरान बंधक बच्चों और माताओं के पहले समूह की रिहाई की रूपरेखा के लिए स्थितियां बनाईं
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा, “जब रूपरेखा पूरी हो जाएगी, तो हम बंधकों की निरंतर रिहाई और हमास के पूर्ण विनाश के लिए दृढ़ संकल्प के साथ अपने अभियानों में लौट आएंगे.” यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि चरमपंथी संगठन हमास द्वारा 13 इजरायली और चार विदेशी बंधकों को रिहा किए जाने के बाद इजरायल ने कम से कम 36 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है. इसके साथ, इजरायल और हमास के बीच तनावपूर्ण युद्ध विराम आगे बढ़ता नजर आ रहा है.
हलेवी ने आगे कहा, “मैं आपमें से कई लोगों से जटिल चुनौतियों का सामना करते हुए, ऊपर और नीचे दोनों जगह लंबे समय तक लड़ने के बाद मिला. प्रत्येक मुठभेड़ में, मैंने आपकी आंखों में उस क्षण की भयावहता, लड़ने की भावना और युद्ध के सभी उद्देश्यों को प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प देखा. मैंने सुना है आपने मुझसे कहा था: ‘हम तब तक लड़ना चाहते हैं जब तक हम बंधकों को वापस नहीं पा लेते, और इसलिए हम बस यही कर रहे हैं!”
हमास ने इजरायल पर सात अक्टूबर को अप्रत्याशित हमला कर करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला किया. कतर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच शुक्रवार को शुरू हुए चार दिवसीय युद्ध विराम के दौरान कुल 50 इजरायली बंधकों और 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है