आरा/शहनवाज -भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य व इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने एक ब्यान जारी कर संवाददाताओं को बतलाया कि आरा नगर निगम की सफाई व्यवस्था पुरा तरह ध्वसत हो गयी है.नगर आयुक्त और मेयर झूठ बोलते है तथा निगम प्रशासन गरीबों को उजाड़ने का तुगलकी फरमान जारी करने तथा निगम के संसाधनों का दूर उपयोग करने मे व्यस्त रहते है!
आज आरा निगम के बोर्ड की बैठक थी और बोर्ड के बाहर कुछ महिलाएं एक नोटिस लेकर बैठक थी उन महिलाओं का एक फोटो भी साझा किया है ये महिलाएं महादलित जाति से आती है और उद्योग विभाग के पास की रहने वाली थी. उनके हाथ मे निगम द्वारा जारी उनके अपने घरों को उजाड़ने का नोटिस था!
भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि एक तरफ निगम प्रशासन पुरे आरा शहर के सड़क किनारे अतिक्रमण कर यूरिनल बनवाकर उस पर ताला जड़ दिया है तो दूसरी तरफ निगम प्रशासन तुगलकी फरमान जारी कर महादलित समुदाय के 9 परिवार को उजाड़ने का नोटिस थमा दिया!
भाकपा माले नेता ने अपने ब्यान मे कहे है कि अनाईठ मिल्की मे आठ महिना से गंदे जल व किचड़ निकासी के मुख्य सड़क पर लगा है इस सवाल पर भाकपा माले के आवाज उठाने पर आरा नगर आयुक्त और मेयर ने कहा था कि दूर्गा पूजा तक यह गंदगी साफ हो जाएगा. माले नेता ने जोर देकर कहा कि आयुक्त और मेयर झूठ बोलते है और भ्रष्टाचार मे लिप्त है इन्हें साफ –सफाई से कोई मतलब नहीं है दूर्गा पूजा तो समाप्त हो गया छठ पूजा मे 13 दिन बाकी है लगता है छठ पूजा के लिए इस किचड़ और गंदे पानी से लोगों को गुजर कर जाना पड़ेगा!
भाकपा माले नेता ने कहा कि आरा रघुटोला रख से लेकर बहिरो रख तक लाखो लोग छठ पूजा करते है पर सभी छठ घाटों पर गंदगी और कचड़ा पसरा हुआ है आरा नगर आयुक्त और मेयर का फोटो छप गया कि निगम प्रशासन सफाई अभियान मे जुट गया है पर आज भी देख सकते है तो देख लिजिए ,छठ घाटों पर गंदगी का अंबार है. भाकपा माले नेता ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता साफ-सफाई अभियान मे भीड़ गये है!
भाकपा माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि पेपर मे निगम प्रशासन के छठ घाटों के साफ -सफाई दिख जाय पर जमिनी अहिकत को ये फोटोग्राफ ब्यां कर रहे है.माले नेता ने कहा कि आरा निगम के आयुक्त भ्रष्ट है और मेयर के साथ मिलकर आरा नगर को कचड़ा के ढ़ेर मे तब्दिल कर दिए है!
भाकपा माले नेता ने आज के बोर्ड की बैठक पर सवाल खड़ा कर रहे है कि इस नयी बोर्ड से पहले वाली बोर्ड ने सफाई मजदूरों की मजदूरी 100- 200 ₹ दैनिक मजदूरी बढाने का प्रस्ताव पास किया जो अभी तक लागू नहीं किया गया है,और आज के बोर्ड की बैठक मे 50 ₹दैनिक मजदूरी बढाने का प्रस्ताव उफनती महंगाई मे कुछ भी नहीं है, दूसरी तरफ यही निगम प्रशासन स्थाई निगम कर्मीयों छठ ए वेतन आयोग के वृद्धि का शेष रोक कर रखी है और 7 वें वेतन आयोग को लागू करने से करता रही है!