अहमदनगर. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री यहां एक कार्यक्रम के दौरान घोषणा करते हुआ कहा कि अहमदनगर का नाम बदलकर ‘अहिल्या नगर’ किया जाएगा. काफी समय से इस शहर के नाम बदलने की मांग हो रही थी. अब जाकर इंतजार ख़त्म हुआ. दिसंबर 2022 में भी शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने विधान परिषद् में बताया था कि इस महाराष्ट्र के इस जिले का नाम बदल कर ‘अहिल्या नगर’ करने के लिए मैंने जिला प्रशासन से प्रस्ताव मांगा है. अब लग रहा है कि उनके मांग पर जल्द ही मुहर लग जायेगा.सत्ता में आने के बाद से शिंदे शिवसेना-और बीजेपी ने कुछ शेरोन के नाम बदले जैसे कि औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर किया गया. वहीं, उस्मानाबाद बदलकर धाराशिव हुआ. वहीं, बीजेपी ने अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्याबाई नगर करने की मांग की थी. इससे पहले भाजपा नेता गोपीचंद पाडलकर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था. उन्होंने पत्र में बताया कि अहमदनगर के ‘चौंडी गांव’ में अहिल्याबाई होल्कर का जन्म हुआ था. अहिल्याबाई का इस शहर से कनेक्शन को देखते हुए इसका नाम बदलने की मांग की गई थी.
वहीं, जिले की वेबसाइट देखा जाए तो 240 ईसा पूर्व के इतिहास वाला ये शहर कई साम्राज्यों का हिस्सा रह चुका है. 1486 से पहले अहमदनगर निजामशाही के नाम से भी जाना जाता था. 1486 में मालिक अहमद निजाम शाह बहमनी साम्राज्य का वहां का प्रधानमंत्री था. उसने एक शहर की नींव रखी जिसे अभी अहमद नगर के नाम से जाना जाता है. लेकिन मुख़्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस घोषणा के बाद से ये शहर फिर से अपने गौरव को प्राप्त करेगा और फिर से परमपूज्य ‘अहिल्याबाई नगर’ के नाम से जाना जाएगा.