नई दिल्ली. ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करना अपराध है यह सब जानते हैं लेकिन फिर भी कुछ यात्री ऐसा करने से बाज नहीं आते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ रेलवे भी सख्ती बरतने से परेहज नहीं करता है. ट्रेनों और प्लेटफार्म पर टिकट चेक करने वाले टीटीई व टीसी हमेशा बिना टिकट यात्री व जरूरत से ज्यादा सामान लेकर यात्रा करने वाले लोगों से जुर्माना वसूलते हैं. उत्तर रेलवे के अंबाला मंडल के उप मुख्य टिकट निरीक्षक सिमरनजीत सिंह वालिया ने इस मामले में रिकॉर्ड कायम कर दिया है. इस टीसी ने पिछले वित्तीय वर्ष में भारतीय रेलवे के टिकट चेकर्स की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है.
उत्तर रेलवे के लिए यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है क्योंकि यह पहली बार है कि जब किसी टीसी ने बिना टिकट यात्रियों से इतनी बड़ी राशि वसूल की है. वालिया ने 300 दिनों की अवधि में कुल 36,667 बिना टिकट यात्रियों की धरपकड़ की, यानी औसतन 122 लोगों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की
36,667 यात्रियों से वसूला 2.25 करोड़ का जुर्माना
अंग्रेजी अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, टीसी सिमरनजीत सिंह वालिया ने वर्ष 2022-2023 के दौरान 36,667 यात्रियों से जुर्माने के तौर पर 2.25 करोड़ रुपये की रकम जुटाई, जो बिना टिकट यात्रा कर रहे थे या बिना बुक किए सामान ले जा रहे थे. सिमरनजीत सिंह वालिया के बाद नंबर आता है मध्य रेलवे के टीटीई धर्मेंद्र कुमार का, जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में 22996 बिना टिकट यात्रियों से 2.12 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूले
रेलवे में औसतन एक टिकट चेकर 1 दिन में 8 टिकट रहित यात्रियों पर जुर्माना लगाता है और लगभग ₹2,000 एकत्र करता है, जो सालाना ₹6.3 लाख बैठता है. उत्तर रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर संजय कुमार जैन ने टीसी सिमरनजीत सिंह वालिया के इस प्रदर्शन की तारीफ की.
उन्होंने बिना टिकट और अनियमित यात्रा पर अंकुश लगाने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों के लिए पूरी वाणिज्यिक शाखा को बधाई दी. उन्होंने जोर देकर कहा कि टिकट जांच एक महत्वपूर्ण सिस्टम है. रेलवे ने सभी यात्रियों से अपील की कि वे वैध रेलवे टिकट और ट्रैवल अथॉरिटीज के साथ यात्रा करें.