बरेली. उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली में 21 साल की सबा ने धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम से हिंदू बन गई. जिसके बाद मणिनाथ स्थित अगस्तय मुनी आश्रम के मंदिर में प्रेमी अंकुर देवल के साथ सात फेरे लिए. हिंदू रीति रिवाज से दोनों ने शादी की. इस मौके पर हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची भी मौजूद रहीं. थाना सुभाष नगर क्षेत्र में स्थित अगस्त्य पंडित केके शंखधार ने गंगाजल से दोनों का शुद्धिकरण किया. उसके बाद धर्म परिवर्तन करवाकर नाम बदला गया. सबा बी, सीबा देवल बन गई. उसके बाद मां की तरह साध्वी प्राची ने पहले गंगाजल से छींटे लगाए उसके बाद मंत्रों के साथ हल्दी लगे और चावल भी बिखेरे.
सबा उर्फ सीबा देवल ने बताया कि मेरा अंकुर से 4 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है. अब हिंदू धर्म अपनाकर कर शादी की है. सबा बी उर्फ सीबा देवल ने बताया, “मेरे पिता जहीर अहमद कपड़े बेचने का काम करते हैं. मैं मुस्लिम हूं, 4 साल पहले मेरी दोस्ती अलीगंज के रहने वाले अंकुर देवल से हुई. मैं जब स्कूल जाया करती थी तो अंकुर भी साथ आता जाता था. यहीं से हमारी दोस्ती आगे बढ़ी. जिसके बाद यह दोस्ती प्यार में बदल गई. लेकिन दोनों के धर्म अलग-अलग थे. 10वीं करने के बाद परिवार ने आगे पढ़ाने से इनकार कर दिया. लेकिन मैंने अपने प्रेमी अंकुर से मिलना नहीं छोड़ा. अंकुर भी कपड़े बेचने का काम करता है. मैं बालिग हूं, और अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है और शादी करने का मुझे अधिकार है. अब मुझे तीन तलाक का भी डर नहीं है. एक फरवरी को मैंने अपने प्रेमी अंकुर की खातिर अपना घर छोड़ दिया. अब मैं अंकुर के साथ जीवन भर रहूंगी.”
पिता ने झूठी FIR लिखवाई
सबा उर्फ सीबा देवल ने कहा, “मेरे पिता ने अंकुर और उसके भाई मोहित के खिलाफ 1 फरवरी को बहला फुसलाकर ले जाने की FIR कराई है. जहां पुलिस को मेरे पिता ने मेरी उम्र 16 साल बताई. मुझे नाबालिग बताकर मेरे प्रेमी अंकुर और उसके भाई को फंसाया गया है. मेरी हाईस्कूल की मार्कशीट और आधार कार्ड में मेरी उम्र 21 साल है. मैंने बालिग होने पर यह फैसला लिया है. अब हमेशा हिंदू ही बनकर रहूंगी.”
परिवार से बताया जान को खतरा
वहीं सबा उर्फ सीबा देवल ने कहा कि मुझे परिवार से जान का खतरा है. मेरे साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. अलीगंज थाने में एक फरवरी को मेरे अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई, लेकिन मैं इंसाफ के लिए पुलिस थाने भी जाउंगी. अंकुर मेरा जीवन भर पति रहेगा. वहीं शादी कराने वाले पंडित केके शंखधार का कहना है कि दोनों बालिग हैं. दोनों ने शपथपत्र देते हुए आर्य समाज मंदिर में भी शादी को रजिस्टर्ड कराया है. शादी के बाद दोनों अपने घर चले गये.