नई दिल्ली/निवेदिता सिंह. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के बीच भारत का निर्वाचन आयोग (ECI) प्रदेश में चुनाव कराने की योजना बना रहा है, लेकिन उससे पहले आयोग को केंद्रीय गृह मंत्रालय की उस रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ सकता है, जिसमें वह राज्य के शांति का आकलन करेगी. इस मामले से वाकिफ एक अधिकारी ने न्यूज18 को यह जानकारी दी.
यह खबर ऐसे समय में आई जबकि भाजपा नेता कह रहे थे कि अगले कुछ महीनों में चुनाव हो सकते हैं, लेकिन केंद्रीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) में चुनावों को लेकर ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
‘चुनाव के लिए राज्य में शांति होनी चाहिए’
इस मामले से वाकिफ चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा, ‘पहले क्षेत्र में शांति होनी चाहिए, उसके बाद ही चुनाव आयोग के सदस्यों की एक टीम केंद्रशासित प्रदेश में जाएगी. हम उसके बाद बाकी सब चीजों को देखेंगे और चर्चा करेंगे. लेकिन पहले, गृह मंत्रालय (एमएचए) हमें बताएगा कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है.’इसके अलावा, बीजेपी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रशासनिक विंग के साथ कई दौर की बैठकें की हैं और इस बारे में फीडबैक मांगा है कि चुनाव कितनी जल्दी हो सकते हैं.
भाजपा ने चुनाव को लेकर क्या कहा था
पिछले महीने, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की राह में आ रही बाधाओं को हटा दिया गया है और जल्द ही चुनाव होंगे. अक्टूबर 2022 में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अंतिम मतदाता सूची की घोषणा के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव होंगे.
जम्मू-कश्मीर का परिसीमन पूरा
जम्मू कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया मई 2022 में पूरी हो गई थी. परिसीमन आयोग ने जम्मू क्षेत्र में छह, जबकि कश्मीर घाटी में एक विधानसभा सीट बढ़ाई तथा राजौरी और पुंछ क्षेत्रों को अनंतनाग संसदीय सीट के तहत लाने का काम किया. जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 के तहत गठित आयोग के आदेशों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश में 90 विधानसभा क्षेत्र होंगे जिनमें से जम्मू संभाग में 43 और कश्मीर में 47 होंगी. इनमें से नौ सीट अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित होंगी, जिनमें जम्मू में छह और घाटी में तीन होंगे.
मतदाता सूची का काम पूरा
इसके अलावा, जम्मू कश्मीर के लिए अंतिम मतदाता सूची नवंबर में प्रकाशित कर दी गई थी. इसमें 7.72 लाख मतदाता जोड़े गये, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है. जम्मू कश्मीर के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल सलगोत्रा के मुताबिक, अंतिम मतदाता सूची में 83,59,771 मतदाता हैं, जिनमें 42,91,687 पुरुष, 40,67,900 महिलाएं और ‘थर्ड जेंडर’ के 184 नागरिक शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘अंतिम मतदाता सूची में 7,72,872 मतदाता जोड़े गये हैं, यानी मसौदा सूची पर पंजीकृत मतदाताओं की शुद्ध वृद्धि 10.19 प्रतिशत है.