चंडीगढ़: पंजाब के फगवाड़ा स्थित प्रतिष्ठित प्राइवेट यूनिवर्सिटी में केरल के छात्र की आत्महत्या पर देर रात तक हॉस्टल के बाहर विरोध-प्रदर्शन होता रहा. पिछले दस दिनों में आत्महत्या का यह दूसरा मामला है. इससे पहले हरियाणा की इसी निजी यूनिवर्सिटी की छात्रा ने रेलवे ट्रैक पर अपना सिर रखकर आत्महत्या कर ली थी. अगर 2017 से 2019 के बीच यानी कोरोना महामारी से पहले की बात करें तो इस निजी यूनिवर्सिटी के एक दर्जन छात्रों ने आत्महत्या की है. मीडिया रिपोर्ट्स में यही कहा गया कि ये सभी छात्र मानसिक तनाव में थे.
10 दिन में दूसरा सुसाइड
दस दिन पहले हरियाणा की जिस छात्रा ने रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या की थी, वह लंबे समय से मानसिक तौर पर परेशान थी. वहीं, मंगलवार को केरल के बिजनेस मैनेजमेंट के जिस छात्र ने आत्महत्या की, उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कहा गया कि वह निजी कारणों से आत्महत्या कर रहा है. पुलिस अब उन निजी कारणों को जानने में जुटी हुई है. शव को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मृतक छात्र ईजिन एस दिलीप केरल का रहने वाला था. जब छात्रों को अपने साथी छात्र की आत्महत्या के बारे में पता चला तो वे आक्रामक हो गए. उन्होंने आरोप लगाया कि हॉस्टल में एंबुलेंस देरी से पहुंची. छात्र इस बात पर अड़े थे कि उन्हें हत्या के कारणों से अवगत कराया जाए.
देर रात तक यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन
छात्रों ने देर रात को यूनिवर्सिटी के मेन गेट से बाहर आने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें हॉस्टल भेज दिया. इसके बाद आज यानी बुधवार सुबह छात्र कुछ करते, उससे पहले यूनिवर्सिटी परिसर में में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया. शिक्षा से जुड़े जानकारों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में छात्रों द्वारा की जा रही आत्महत्याएं चिंताजनक हैं और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें परामर्श की जरूरत है, जिससे वे अपनी परेशानियां संस्थान और माता-पिता के साथ शेयर कर सकें.
यूनिवर्सिटी ने जारी किया बयान
वहीं, यूनिवर्सिटी ने इस घटना पर शोक जताया है. लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने छात्र की आत्महत्या पर बयान जारी कर कहा कि शुरुआती जांच और सुसाइड नोट से पता चलता है कि मृतक छात्र ने व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या की है. विश्वविद्यालय मामले में आगे की जांच के लिए अधिकारियों को पूर्ण समर्थन प्रदान कर रहा है.