विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा सोमवार को जयपुर पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए राजस्थान कांग्रेस और समर्थक विधायकों से वोट मांगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर मैं चुनाव जीता तो शपथ लेते ही दूसरे दिन एजेंसियों का दुरुपयोग रोक दूंगा।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश में एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। अभी मैं छत्तीसगढ़ गया था, वहां एक बिजनेसमैन के यहां इनकम टैक्स ने रेड डाली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि जिस बिजनेसमैन के इनकम टैक्स रेड हुई, उस पर इनकम टैक्स इस बात का दबाव डाल रहा था कि सरकार गिराओ। इस दुरुपयोग को मैं रोकूंगा। वहीं सिन्हा ने वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तुलना खामोश राष्ट्रपति से करते हुए कहा कि पिछले पांच साल राष्ट्रपति भवन में खामोशी का दौर देखा गया है। राष्ट्रपति को उस दौर में कई मुद्दों पर बोलना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में विधायकों की खरीद-फरोख्त पर न केवल सवाल उठाए बल्कि यह भी कहा कि महाराष्ट्र के बाद गोवा में भी विधायकों की तोड़फोड़ को लेकर खबरें आ रहीं हैं। यह सब राष्ट्रपति चुनाव के समय ही क्यों हो रहा है? यशवंत सिन्हा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी कहा कि उन्होंने राजस्थान में भले सरकार गिरने से बचा लिया हो फिर भी उन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि सरकार गिराने वाले आक्रमणकारी कभी भी फिर हमला कर सकते हैं।
इसके साथ ही राष्ट्रपति उम्मीदवार सिन्हा ने भाजपा की हालत देखकर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि मैं जिस भाजपा में था वह मर चुकी है, आडवाणी की हालत देखकर अफसोस होता है। आडवाणी हाथ जोड़ते रह जाते हैं और उनके सामने से कोई निकल जाता है।
वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने यशवंत सिन्हा का हार्दिक स्वागत किया। सीएम ने कहा कि आप सबको मालूम है कि विपक्ष की पार्टियों की तरफ से एकजुट होकर इनको आगामी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में उम्मीदवार बनाया गया है। मुझे खुशी है कि एक बहुत ही अनुभवी राजनेता को अवसर मिला है। यशवंत सिन्हा जी को मैं तबसे जानता हूं जब मैं 22 साल पहले पहली बार मुख्यमंत्री था। उस वक्त ये केंद्र में वित्त मंत्री थे। इनके कार्य करने की शैली, इनका व्यवहार, ये वाजपेयी गवर्नमेंट में वित्त मंत्री थे, उसके बावजूद भी राजस्थान को जो सहयोग, जो समर्थन मिलता रहा। उसको मैं कभी भूल नहीं सकता।