नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सख्त रवैया अपनाने के वादे के साथ पंजाब की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहली बड़ी कार्रवाई की है. पंजाब के विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में एक पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है. साधु सिंह पर आरोप है कि उसने खैर के पेड़ का परमिट जारी करने,अधिकारियों के तबादले, विभागीय समानों की खरीदारी और एनओसी जारी करने में सहयोगियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया.
डीएफओ ने खोला भ्रष्टाचार का राज
विजिलेंस ब्यूरो ने इससे पहले पिछले सप्ताह मोहाली से एक डीएफओ (district forest officer ) को गिरफ्तार किया था. डीएफओ ने इस भ्रष्टाचार का खुलास करते हुए बताया था कि कैसे साधु सिंह धर्मसोत ने एक सिंगल पेड़ काटने के लिए घूस लिया करते थे. डीएफओ से विजिलेंस विभाग को कई जानकारी हासिल हुई है जिसके आधार पर साधु सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
कई और गिरफ्तारियां होंगी
सूत्रों के मुताबिक डीएफओ और पूर्व मंत्री के बीच भ्रष्टाचार को लेकर सीधा संबंध है. उन पर 25,000 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई में शामिल होने का आरोप भी लगाया गया है. इस मामले में एक पंजाबी भाषा के अखबार के रिपोर्टर को भी गिरफ्तार किया गया है. मंत्री के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट और आईपीसी की धारा सेक्शन 120 बी के तहत मुकदमा दायर किया गया है. साधु सिंह की गिरफ्तारी के बाद कई और गिरफ्तारियां होने की आशंका है. विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दायर एफआईआर तीन महीनों के लिए वन मंत्री बने पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियन का भी नाम है.