इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि एक मंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को खुली चुनौती दे दी। बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पंचायतीराज मंत्री सम्राट चौधरी ने अध्यक्ष को कह दिया कि व्याकुल मत होइये।भाजपा कोटे से मंत्री ने आसन की तरफ अंगुली दिखाते हुए कहा कि अध्यक्ष जी ऐसे नहीं चलेगा। इसके बाद अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मंत्री को कहा कि यह शब्द वापस लीजिए, लेकिन मंत्री ने शब्द वापस नहीं लिया।
सम्राट चौधरी का कहना था कि विभाग ने 16 सवालों में से 14 सवालों के ऑनलाइन जवाब दिए हैं, जबकि अध्यक्ष का कहना था कि उनके पास 11 सवालों के ही जवाब आए हैं। इस पर मंत्री ने अध्यक्ष को कहा कि व्याकुल ना हों, सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
अध्यक्ष ने व्याकुल शब्द पर आपत्ति जताई और उसे वापस लेने को कहा। शब्द वापस लेने के बजाय सम्राट चौधरी ने अध्यक्ष के लिए दोबारा व्याकुल शब्द का इस्तेमाल कर दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी और आसन छोड़ कर चले गए। भोजनावकाश के बाद मंत्री के माफी मांगने पर सदन की कार्यवाही शुरू हुई।