बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बख्तियारपुर में हुए हमले के प्रयास को सरकार और पुलिस ने गंभीरता से लिया है. अब इस पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है. हालांकि जिस सिरफिरे शख्स ने मुख्यमंत्री पर हमला किया था, खुद नीतीश कुमार ने पुलिस को उस पर कार्रवाई करने से मना कर दिया है. लेकिन उसके बाद भी पुलिस सभी तथ्यों की छानबीन कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हुए हमले के बाद पुलिस महकमा सकते में है. पुलिस को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी घटना कैसे घट गयी.
बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.के सिंघल ने सोमवार को कहा कि हर बिंदु की जांच की जा रही है. कार्रवाई जरूर होगी. मुख्यमंत्री की सुरक्षा और उनके प्रोटोकॉल में जरूरत के अनुसार बदलाव किया जाएगा. डीजीपी ने कहा कि यह घटना गंभीर और दुःखद है. फिलहाल मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि पूरे चीजों की गहराई से छानबीन की जा रही है. जिस ने हमला किया है उसके बारे में जानकारी मिली है कि वो मानसिक विक्षिप्त है. वो पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुका है. घर के लोग उसका ख्याल रखते हैं. घटना के वक्त परिवार के लोग पीएमसीएच गए हुए थे, इस दौरान वो मौका देख कर घर से निकल गया और बख्तियारपुर पहुंच कर यह घटना किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा बढ़ाने और दोषियों पर कार्रवाई करने को लेकर डीजीपी एस.के सिंघल ने कहा कि अभी जांच जारी है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. सभी बिंदुओं पर विचार किया जाएगा. साथ ही मुख्यमंत्री की सुरक्षा और प्रोटोकॉल से जुड़ी जो भी बदलाव की आवश्यकता होगी, वो की जाएगी.
CM नीतीश कुमार का सुरक्षा घेरा बढ़ाया गया
बख्तियारपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है. सोमवार को राजधानी पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल में एक कार्यक्रम में जब सीएम नीतीश कुमार पहुंचे तो उनके पास किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी. चाहे वो सरकार का मंत्री था या फिर कोई अधिकारी. सिर्फ उन लोगों को जाने की इजाजत थी जो कार्यक्रम में पहले से मौजूद थे या फिर जिन्हें मुख्यमंत्री के द्वारा खुद बुलाया जा रहा था, वो ही लोग उनके पास जा रहे थे