अलीगढ़। जिले में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाएं करीब दो साल बाद होने जा रही हैं। 22 से 27 मार्च तक परीक्षाओं का आयोजन कराया जाएगा।
मगर पूर्व की तरह इस बार भी कहीं प्रश्नपत्रों की जगह उनकी फोटो कापी विद्यार्थियों को न बांटी जाएं, इसकी आशंका भी बन रही है। इसके पीछे शासन की ओर से विधानसभा चुनावों के बाद आनन-फानन जारी किया गया परीक्षा कार्यक्रम कारण है।
परीक्षा व्यवस्था के लिए शासन से जारी की गई समय सारिणी के हिसाब से 16 मार्च तक जिलास्तर पर प्रश्नपत्रों के मुद्रण का काम पूरा किया जाना था। मगर अभी प्रश्नपत्र छपने के लिए दिए गए हैं। 19 या 20 मार्च तक इनके छपने की संभावना है। इसके बाद इनको 21 मार्च को खंड शिक्षाधिकारियों तक पहुंचाना है। फिर प्रश्नपत्र विद्यालयों में पहुंचेंगे।
जिले में 1382 प्राइमरी, 358 जूनियर हाईस्कूल व 375 कंपोजिट विद्यालय समेत कुल 2115 सरकारी स्कूल हैं। इनमें करीब 2.80 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। इन सभी के लिए प्रश्नपत्र छपने हैं। पिछली परीक्षाओं में ये भी प्रकरण हुआ था कि जहां उर्दू विषय के छात्र नहीं थे वहां उर्दू के प्रश्नपत्र पहुंचा दिए गए थे और जहां उर्दू के छात्र थे वहां प्रश्नपत्र नहीं पहुंचे। जल्दबाजी में किए गए कामों में ऐसी चूकों की संभावनाएं बनी रहती हैं।
22 मार्च से परीक्षा, नही छपे प्रश्नपत्र
परीक्षा व्यवस्था के लिए शासन से जारी की गई समय सारिणी के हिसाब से 16 मार्च तक जिला स्तर पर प्रश्नपत्रों के मुद्रण का काम पूरा किया जाना था। मगर अभी प्रश्नपत्र छपने के लिए दिए गए हैं। 19 या 20 मार्च तक इनके छपने की संभावना है। इसके बाद इनको 21 मार्च को खंड शिक्षाधिकारियों तक पहुंचाना है। फिर प्रश्नपत्र विद्यालयों में पहुंचेंगे। 22 से 27 मार्च तक परीक्षाओं का आयोजन कराया जाएगा।
इनका कहना है
बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने कहा कि प्रश्नपत्र छपने को दिए हैं। 18 या 20 मार्च तक छपकर आएंगे। हर विद्यार्थी को प्रश्नपत्र मिलेगा। ब्लाकवार छात्र संख्या तैयार कराई गई है। कोई अव्यवस्था नहीं होगी।