पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Yatra) के तहत आज का पड़ाव पटना में है। रविवार को राजधानी स्थित बापू सभागार (Bapu Sabhagar, Patna) में मुख्यमंत्री ने शराबबंदी के फैसले और इससे जुड़ी यादों को साझा किया। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों के आग्रह पर उन्होंने शराबबंदी को गांवों में तो लागू कर दिया, लेकिन उन्हें शहरों को लेकर संदेह था। उन्होंने कहा कि शहर के लोग इसे मानेंगे या नहीं, इसको लेकर थोड़ा संदेह था। लेकिन, लोगों ने जिस तरह शराबबंदी के प्रति समर्थन जताया कि उसके बाद शहर और गांव हर जगह शराब को पूरी तरह बंद करने का फैसला किया गया।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद एक महिला की बातें मुझे कभी नहीं भूलेंगी। महिला ने बताया था कि उसके पति रोजाना शराब पीकर आते थे और पत्नी के साथ मारपीट करते थे। अब वही पति शाम को हाथ सब्जी लेकर लौटता है और पत्नी का ठीक से ख्याल रखता है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से सामाजिक योजनाओं के जरिए उनके जीवन में हुए बदलाव की जानकारी हासिल की। जानकारी के अनुसार बापू सभागार वाले आयोजन में पटना और नालंदा के लोग शामिल रहे। कार्यक्रम में स्वागत गीत और एक वीडियो फिल्म दिखाकर की गई। यह वीडियो एक ऐसी महिला के जीवन से संबंधित है, जो शराब बेचा करती थी। जीविका से जुड़कर इस महिला का जीवन बदल गया। पटना के बाद अगले महीने के पहले हफ्ते में दो अन्य जगहों क्रमश: मधेपुरा और पूर्णिया में समाज सुधार अभियान के तहत मुख्यमंत्री की सभा होगी।
दहेज प्रथा, बाल विवाह व नशे से होने वाले नुकसान बयां करेंगी छह जीविका दीदियां
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बापू सभागार में समाज सुधार कार्यक्रम की समीक्षा करेंगे। छह जीविका दीदी मुख्यमंत्री को बाल विवाह, दहेज प्रथा और नशे से होने वाले नुकसान पर आपबीती सुनाएंगी। मद्य निषेध विभाग ने पटना जिले में अब तक 208 टोलों का सर्वेक्षण कराया है। इन टोलों में लोग शराब के धंधे से जुड़े थे। इन टोलों में समाजिक बदलाव के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना से परचून की दुकान, बकरी, भेड़, गाय-भैंस पालन के अलावा अन्य रोजगार का विकल्प दिया गया।
चयनित परिवार को एक मुश्त 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। नए पेशे को सपोर्ट करने के लिए प्रति माह अलग से 1000 रुपये मासिक सहायता के बैंक खाते में भुगतान की व्यवस्था की गई। इसका नतीजा यह हुआ कि महादलित टोले के लोगों ने शराब और ताड़ी के धंधे से तौबा कर ली। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने शनिवार को बापू सभागार का निरीक्षण किया।