वाशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके दो वयस्क बच्चों यानी इवांका और डोनाल्ड जूनियर ट्रंप को व्यापारिक मामलों में गलत तौर-तरीकों के संबंध में हो रही सिविल जांच में पूछताछ का सामना करना होगा। न्यूयार्क के एक जज के फैसले के मुताबिक न्यूयार्क के अटर्नी जनरल के समक्ष इन तीनों को 21 दिनों के अंदर ही सवालों के जवाब देने होंगे।
जज आर्थर एंगोरान ने दो घंटे की सुनवाई के बाद पूर्व राष्ट्रपति की अपील को दरकिनार करते हुए अपने आदेश में कहा कि ट्रंप परिवार को अटर्नी जनरल लेटीटिया जेम्स के सवालों का जवाब देना होगा। हालांकि ट्रंप परिवार के वकीलों ने पूरी कोशिश की थी कि डेमोक्रैट अटर्नी जनरल जेम्स ट्रंप से कतई पूछताछ नहीं कर पाएं, लेकिन वह अपनी कोशिशों में नाकामयाब रहे। ट्रंप, जूनियर ट्रंप और इवांका ट्रंप का आरोप है कि जेम्स एक डेमोक्रैट है और इसलिए डोनाल्ड ट्रंप के प्रति राजनीतिक रूप से पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं।
साथ ही वह अपनी सिविल जांच के जरिये आपराधिक जांच को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन इन आरोपों के बावजूद जज आर्थर एफ.एंगोरान ने सरकारी वकील लेटीटिया जेम्स का पक्ष लेते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति और उनकी दो संतानों से पूछताछ अगले महीने तक हो जानी चाहिए।
अटर्नी जनरल लेटीटिया जेम्स और मैनहट्टन डिस्टि्रक्ट अटर्नी आपराधिक मामले में अलग-अलग इस बात की जांच कर रहे हैं कि ट्रंप ने मनचाहा कर्ज हासिल करने के लिए अपनी संपत्ति का मूल्यांकन बढ़-चढ़कर तो नहीं करवाया है
हालांकि इस फैसले का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि जेम्स को जिन बातों के जवाब चाहिए वह उन्हें मिल ही जाएंगे। चूंकि एक अन्य बेटे एरिक ट्रंप की तरह ट्रंप और उनकी संतानें अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करके इस पूछताछ से बच सकते हैं। एरिक से यह पूछताछ अटर्नी जनरल के कार्यालय में अक्टूबर, 2020 को होनी थी। ट्रंप परिवार इस फैसले के खिलाफ अपील भी कर सकता है।