नई दिल्ली| स्वर कोकिला लता मंगेशकर का रविवार को निधन हो गया। लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। 92 वर्षीय लता मंगेशकर पिछले दिनों कोरोना संक्रमित हो गई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत रत्न लता मंगेशकर की उपलब्धियों को अतुलनीय बताते हुए उनके निधन को अपने लिए ह्रदयविदारक बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा है कि उनका दुख शब्दों से परे है। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता । आने वाली पीढियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर ट्वीट कर कहा , “मेरा दुख शब्दों से परे है। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।”
पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के सपनों को याद करते हुए ट्वीट कर कहा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।”
पीएम मोदी ने अपने ऊपर लता मंगेशकर के अपार स्नेह को याद करते हुए कहा, “मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला है। उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी।”
उन्होंने लता मंगेशकर के परिवार से बात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और देशवासियों के साथ मिलकर अपने शोक को जाहिर किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर शोक जाहिर करते हुए ट्वीट कर कहा , “लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है। उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई। भारत रत्न, लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी।”
राष्ट्रपति ने उन्हें एक असाधारण इंसान बताते हुए कहा सदियों में एक बार ऐसे कलाकार का जन्म होता है। वह दिव्य आवाज शांत हो गई लेकिन उनकी धून अमर रहेगी, अनंत काल तक गूंजती रहेगी।
राष्ट्रपति ने उनके परिवार और सभी प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की।