‘ओडिशा तट से आज बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय’ का सफल परीक्षण किया गया, रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) के सूत्रों ने यह जानकारी दी. DRDO द्वारा विकसित ठोस-ईंधन, युद्धक मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के ‘पृथ्वी रक्षा वाहन’ पर आधारित है
सूत्रों ने बताया कि एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रक्षेपित की गई मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया. उन्होंने कहा कि निगरानी उपकरणों के जरिए तट रेखा से इसके प्रक्षेपण की निगरानी की गई. बता दें इंपैंक्ट की जगह पर तैनात सेंसरों ने मिसाइल परिक्षण की सटीकता को भी नोट किया ‘प्रलय’ 350-500 किलोमीटर से कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है और यह 500-1000 किलोग्राम का भार वहन करने में सक्षम है
रक्षामंत्री ने दी बधाई
डीआरडीओ के अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्रायल के लिए डीआरडीओ और संबंधित टीमों को बधाई दी. उन्होंने तेजी से विकास और सतह से सतह पर मार करने वाली आधुनिक मिसाइल के सफल लॉन्च के लिए डीआरडीओ की सराहना की.
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार अधिकारी ने कहा कि सचिव डीडी R&D और अध्यक्ष डीआरडीओ, डॉ जी सतीश रेड्डी ने टीम की सराहना की और कहा कि यह मिसाइल आधुनिक तकनीकों से लैस एक नई पीढ़ी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है और इस हथियार प्रणाली को शामिल करने से सशस्त्र बलों को आवश्यक प्रोत्साहन मिलेगा