News Times 7
Other

उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी हिंसा को चुनावी मुद्दा बनने से पहले गृह राज्य मंत्री टेनी को लेकर भाजपा ले सकती है बड़ा फैसला

लखीमपुर खीरी हिंसा उत्तर प्रदेश में कही चुनावी मुद्दा न बन जाए इसलिए भाजपा बी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने को लेकर लोकसभा में मामला उठाने का प्रयास किया। राहुल गांधी ने कहा कि आपके मंत्री ने किसानों को मारा है, उसकी सजा मिलनी चाहिए। हमें इस मुद्दे पर बोलने का अवसर मिलना चाहिए। कुछ सांसदों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। राहुल गांधी ने टेनी को क्रिमिनल मंत्री तक करार दे दिया। टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने भी कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। गुरुवार को विपक्ष के सांसद हाथ में ‘हत्यारे मंत्री को बर्खास्त करो’ की तख्तियां लिए भी दिखाई दिए। Lakhimpur Kheri violence: Supreme Court 'not satisfied' with action taken by Uttar Pradesh government | India News | Zee News
टेनी को मिली हिदायत और बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं मंत्री
बुधवार 15 दिसंबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने मीडिया के साथ लखीमपुर खीरी में बदसलूकी की थी। खबर है कि इसके लिए उन्हें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से कड़ी हिदायत मिली है। 16 दिसंबर को जब संसद में विपक्षी सांसद उनसे जुड़े मामले को उठा रहे थे, तो उस समय टेनी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अपने दफ्तर में बैठे थे। वह कुछ फाइलें और कामकाज निपटा रहे थे। बाद में उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो भी अपलोड किया। इस वीडियों में टेनी कहते नजर आ रहे हैं कि किस तरह से प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री ने अपराधिक मामलों में सबूतों को जुटाने पर विशेष ध्यान दिया है। अब फॉरेंसिक जांच समेत अन्य को महत्व दिया जा रहा है। ताकि अदालत में मामला कमजोर न पड़ सके। कुल मिलाकर टेनी ने विपक्ष की मांग और मीडिया में चल रही खबरों के सामानांतर खुद को बेपरवाह दिखाने की कोशिश की। संसद में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी सरकार के रुख में किसी तरह के बदलाव का संकेत नहीं दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से चर्चा के लिए तैयार होने से साफ इनकार किया। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि लखीमपुर खीरी प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है। इसलिए इस पर संसद में चर्चा कराने का कोई औचित्य नहीं है। Lakhimpur Kheri incident may act as catalyst to knock BJP out of power in UP, and damage its prospects in 2024
टेनी को लेकर भाजपा के कई नेता भी हैं नाराज़
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल में जगह दी थी। लखीमपुर खीरी में तिकुनिया हिंसा ने टेनी के लिए मुसीबत खड़ी कर रखी है। इस मामले में सरकार लगातार किसी दबाव में न आने का संकेत दे रही है, लेकिन गृह राज्य मंत्री टेनी के पुत्र आशीष मिश्र तिकुनिया हिंसा कांड के मुख्य आरोपी है। सुप्रीम कोर्ट गठित एसआईटी ने इस मामले में कुल 14 लोगों को आरोपी बनाया है। इस हिंसा को भी एसआईटी ने सुनियोजित हिंसा करार देते हुए गैर इरादतन हत्या की धारा को भी अदालत के आदेश पर बदल दिया है। जिस दिन यह हिंसा हुई थी, उस दिन गृह राज्य मंत्री मिश्र भी लखीमपुर खीरी में ही थे। उन्होंने अपने पुत्र का जमकर बचाव करने का प्रयास किया था। लेकिन टेनी अपने विरुद्ध किसी कार्रवाई की आंच से लगातार बचे हुए हैं। टेनी के भविष्य को लेकर अंदरखाने भाजपा के नेता भी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं हैं। एक वरिष्ठ नेता को बुधवार 15 दिसंबर को पत्रकार पर भड़कने के दौरान बिना नाम लिए पुत्र को निर्देष बताना भी खल रहा है। सूत्र का कहना है कि गृह राज्य मंत्री को इंतजार करना चाहिए और क्लीन चिट देने से बचना चाहिए। उन्हें याद रखना चाहिए कि उत्तर प्रदेश और केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार है। वह केंद्र में मंत्री भी हैं।Why UP violence may be a worry for BJP: A Mandsaur reminder in Lakhimpur Kheri - India News
यूपी चुनाव के मद्देनजर क्या हो सकती है टेनी की विदाई?
उत्तर प्रदेश में जनवरी 2022 के दूसरे सप्ताह में चुनाव के तारीखों की घोषणा हो सकती है। इसके लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दौरा और तैयारी बढ़ा दी है। आगे बढ़ते समय को देखकर केंद्र और राज्य भाजपा के नेताओं ने विपक्ष के मुद्दों और अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर रखा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर अपनी सरकार पर किसी तरह की तोहमत नहीं लगने देना चाहते। जबकि इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समय का इंतजार कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद से टेनी की बर्खास्तगी की मांग भी तेज कर दी है। अखिलेश यादव ने भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत को चुनाव लड़ने का न्यौता भी दे दिया है। टिकैत ने अमर उजाला से भावी राजनीतिक योजना से इनकार नहीं किया था। इसलिए टेनी को बर्खास्त करने का मुद्दा आगे भी जोर पकड़ेगा।

राहुल गांधी ने किसान हितैषी होने का संदेश देते हुए लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना को लेकर टेनी की बर्खास्तगी की मांग के साथ मुद्दे को धार देना शुरू किया है। भाजपा नेता भी मान रहे हैं कि टेनी की बर्खास्तगी की मांग और इस घटना पर एसआईटी की जांच रिपोर्ट का जनता के बीच में गलत संदेश जा रहा है। ऐसे में इसके पूरे संकेत हैं कि केंद्र सरकार भले ही अभी अजय मिश्र टेनी के खिलाफ कार्रवाई का कोई संकेत नहीं दे रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश चुनाव में लखीमपुर खीरी हिंसा के मुद्दा बनने पर किसानों की नाराजगी से बचने के लिए केंद्रीय नेतृत्व बड़ा निर्णय ले सकता है। लखीमपुर खीरी के एक भाजपा नेता भी कहते हैं कि फरवरी 2022 तक का ही समय थोड़ा संवेदनशील है, इसके बाद सब ठीक रहेगा।लखीमपुर खीरी हादसाः अजय मिश्रा ने बेटे की संलिप्तता से किया इनकार; बोले- 'कुछ उपद्रवी तत्वों ने BJP कार्यकर्ताओं की हत्या की' - Republic Bharat

विज्ञापन के लिए सम्पर्क करे 9142802566 या  Email : 1newstimes7@gmail.com

निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए बिहार ,UP, MP के हर जिले से रिपोर्टर आमंत्रित हैं!
बायोडाटा वाट्सऐप करें –  9142802566 ,   1Newstimes7@gmail.com
Advertisement
Advertisement

Related posts

कोरोना की दूसरी लहर टूट रही बनकर कहर -रात 2 बजे तक अंतिम संस्कार के लिए शवों को लेकर लोग टोकन का करते हैं इंतजार

News Times 7

न्यू ईयर को प्रियंका चोपड़ा ने बनाया खास , निक जोनास के साथ समंदर के बीच किया सेलिब्रेट

News Times 7

खेती के लिए मुफ्त असिमित बिजली योजना बंद करेगी सरकार

News Times 7

Leave a Comment

टॉप न्यूज़
ब्रेकिंग न्यूज़