कोरोना के दूसरी लहर के वजह से बंद महारष्ट्र के सभी मंदिरो में प्रसिद्ध शिरडी साईंबाबा और शनि श्रृंगणापुर मंदिर के कपाट खुलने हेतु दिशा निर्देश जारी हो चूका है, रोजाना ऑनलाइन पास रखने वाले कम से कम 15,000 श्रद्धालुओं को प्रवेश करने की अनुमति होगी. जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य में पूजा स्थल सात अक्टूबर से फिर से खुलने वाले हैं. इसलिए जिला प्रशासन और श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई थी. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पास रखने वाले कम से कम 15,000 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पास के लिए आवेदन करना होगा. उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रसाद काउंटर बंद रहेगा. जिला प्रशासन के अनुसार, दस साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, मरीजों, 65 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और बिना मास्क वाले लोगों को मंदिर परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी.
ध्यान मंदिर और परायण कक्ष रहेंगे बंद
राज्य में घटते कोरोना वायरस मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट फिर से खोल दिए हैं. हालांकि कोविड के सारे प्रोटेकॉल अभी भी लागू रहेंगे. जिला प्रशासन ने कहा है कि शिरडी साईं बाबा और शनि श्रृंगणापुर मंदिरों को मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा इसके लिए प्रशसान ने शिरडी के गेट संख्या 2 से एंट्री और गेट नंबर 4 और 5 से एंट्री की अनुमति दी है.
ध्यान मंदिर और परायण कक्ष बंद रहेंगे. प्रशासन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा.
पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 2,401 नए मामले
बता दें महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,401 नए मामले आए जबकि संक्रमण से 39 और लोगों की मौत हो गई. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अभी तक कुल 65,64,915 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि संक्रमण से 1,39,272 लोगों की मौत हुई है.अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में अस्पतालों से 2,840 मरीजों को छुट्टी मिलने के साथ ही संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 63,88,899 हो गई है. राज्य में फिलहाल कोविड-19 के 33,159 मरीजों का इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि 2,40,052 लोग गृह-पृथकवास में जबकि 1,338 लोग संस्थागत पृथक-वास में है. महाराष्ट्र में कोविड-19 से मुक्त होने की दर 97.32 प्रतिशत जबकि संक्रमण की दर 2.12 प्रतिशत है.