कोरोना की वजह से इटली जैसे सुंदर देश में कुछ गांव ऐसे भी हैं, जहां लोगों की जनसंख्या घटती जा रही है. अगर यहां जाकर कोई बसेगा, तो सरकार उन्हें यहां रहने के पैसे देगी. ये रकम भी कोई थोड़ी-मोड़ी नहीं 28 हजार पाउंड यानि भारतीय मुद्रा में करीब 25 लाख है. http://Credit- Metro.co.in
ये इलाका है इटली का कलैब्रिया क्षेत्र (Calabria Region). इसकी जनसंख्या काफी कम हो चुकी है. कुछ लोग पलायन कर गए तो अब तमाम लोग यहां बसने ही नहीं आते. ऐसे में सरकार 28 हजार यूरो यानी करीब 24.76 लाख रुपये देकर लोगों को यहां बसाना चाहती है. ये रकम उन्हें एक्टिव रेसिडेंसी इनकम के तहत मिलेगी.
अब इतनी अच्छा मौका मिल रहा है, तो कुछ शर्तें भी ज़रूर होंगी. http://metro.co.uk की रिपोर्ट के मुताबिक इटली के कलैब्रिया क्षेत्र में बसने के लिए उम्र की सीमा तय की गई है. इसके मुताबिक यहां बसने की इच्छा रखने वाले लोगों की उम्र 40 साल से कम होनी चाहिए. http://Credit- Metro.co.inइसके अलावा यहां बसने वाले लोगों को कलैब्रिया क्षेत्र में ही नया बिजनेस शुरू करना होगा. ये बिजनेस यहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से होगा. जो लोग यहां शिफ्ट होना चाहते हैं, उन्हें अपने आवेदन के 90 दिनों के अंदर ही बिजनेस सेट अप करना ज़रूरी होगा.
इस ऑफर के लिए आवेदन प्रक्रिया कुछ हफ्ते में कलैब्रिया क्षेत्र की वेबसाइट पर शुरू की जा सकती है. इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए भी आधिकारिक वेबसाइट पर भी जाया जा सकता है. इस तरह की स्कीम के ज़रिये दक्षिणी इटली को फिर से गुलजार करने की कोशिश की जा रही है
जनसंख्या की कमी से जूझ रहे कलैब्रिया में इस वक्त करीब 75 फीसदी गांवों में आबादी 5000 से कम है. हालात ये हैं कि पिछले कुछ दशकों में इटली के कई शहरों ने घरों को औने-पौने दामों में घरों को बेचने का प्रस्ताव रखा है. लोगों को बसाने की स्कीम के लिए सरकार ने अलग से 7 लाख पाउंड का फंड रखा है. लोगों को इस बात के लिए आकर्षित किया जा रहा है कि वे यहां आकर खूबसूरत लोकेशन और हाई स्पीड इंटरनेट का फायदा उठाएं.