हर रोज बढ़ते डीजल और पेट्रोल की कीमते लोगो को अब परेशान कर रही है निम्न वर्ग की कौन पूछे मध्यम वर्ग से लेकर बड़े लोगो तक भी यह अब चिंता का कारण बनता जा रहा है आज अहम जानेंगे की आखिर डीजल पेट्रोल के बढ़ते रेट के पीछे सरकार कौन सा खेल खेलती है और इसके जिम्मेदार कौन है,इंडियल ऑयल के मुताबिक, 1 जुलाई को मेरा वास्तविक रेट 38.93 रुपए था. लेकिन पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के हिसाब बेचा जा रहा है.पेट्रोल पर केंद्र सरकार, राज्य सरकार और डीलर टैक्स टैक्स और कमीशन कमीशन खेलते हैं.
डीजल और पेट्रोल पर केंद्र सरकार एक्साइस ड्यूटी के नाम पर 32.90 रुपए वसूल रही है. VAT के नाम पर खाते में 22.80 रुपए जोड़ा जाता है. औसतन प्रति लीटर डीलर कमीशन 3.82 रुपए भी लिया जाता है.
पेट्रोल प्राइस ब्रेकअप –
पेट्रोल प्राइस ब्रेकअप
इस तरह कीमत सबको 100 रुपए बताई जाती है. यानी वास्तविक रेट के लगभग तीन गुना दाम आम लोगों से वसूला जाता है यही कहानी डीजल की भी है. दोनों के नाम पर कीमतों का खेल होता है