लगातार घाटे में चल रही एयर इंडिया सरकार के लिए चिंता का सबब बनी हुई है ,क्योंकि एयर इंडिया में निवेश के लिए कोई भी तैयार नहीं हो रहा है ,अब तक सरकार ने बहुत सारी कंपनियों को बेचा है ,जिसे आसानी से खरीदार मिल जाते थे लेकिन एयर इंडिया को खरीदने के लिए कोई भी खड़ा नहीं हो रहा है ,लेकिन सरकार ने एक बड़ा संकेत देते हुए कहा कि इस साल के अंत तक एयर इंडिया को पूरी तरीके से प्राइवेटाइजेशन कर दिया जाएगा
सेंट्रल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने नकदी की कमी से जूझ रही एयर इंडिया को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया का विनिवेश इस साल के अंत तक होने की संभावना है.
पुरी ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण एयर इंडिया के विनिवेश प्रक्रिया में देरी हुई और आश्वासन दिया कि ये अब 2021 में होगा. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पुरी ने कहा, ”एयर इंडिया का विनिवेश हो रहा है. महामारी के कारण इसमें कुछ समय लगेगा. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि एयर इंडिया का विनिवेश इस साल होगा
इससे पहले 27 मार्च, 2021 को हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि मई के आखिर या जून में एयर इंडिया को एक निजी कंपनी के तहत लाया जाएगा. एविएशन मिनिस्टर ने ये भी कहा था कि जब भी डिसइन्वेस्टमेंट प्रोसेस शुरू होगा, एयर इंडिया के कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी.
जनवरी 2019 में शुरू हुई थी विनिवेश की प्रक्रिया
दरअसल एयर इंडिया में सरकार ने हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया जनवरी 2019 में शुरू की थी. ये सरकारी एयरलाइन कई सालों से घाटे से जूझ रही है और इसे उबारने के लिए सरकार की ओर से राहत पैकेज भी दिए गए हैं.
इससे पहले हरदीप सिंह पुरी ने CNBC-TV18 को दिए इंटरव्यू में बताया था कि एयर इंडिया में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के जरिए की जा रही है
सरकार की ओर से एयर इंडिया को बेचने की यह दूसरी कोशिश है. इससे पहले एयर इंडिया में 2018 में 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की गई थी लेकिन तब किसी बिडर ने इसमें दिलचस्पी नहीं ली थी.
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