महिला मरीज का भभुआ कोरोना वार्ड में ईलाज चल रहा था. बीती रात उसकी तबियत बिगड़ी, उसे बनारस बीएचयू रेफर किया गया. वहां सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने मरीज के लक्षण के अनुसार बताया ब्लैक फंगस पर जांच रिपोर्ट के बाद ही पुष्टि होगी. महिला मीना देवी मरीज कोरोना पॉजिटिव होने के बाद 11 मई को सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था. बीती रात से मरीज के आंख में दर्द और सूजन होने से डॉक्टर ब्लैक फंगस का लक्षण बता रहे हैं. परिजनों ने सरकार को आर्थिक परेशानी बताकर मदद की गुहार लगाई है.
क्या बोले मरीज के परिजन
अभिषेक यादव ने बताया कि मेरी चाची 11 मई को भभुआ सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती हुईं थीं. सब ठीक था तभी बीती रात को आंख में जलन होने लगी और आंख सूजने लगी. जब वार्ड के डॉक्टर से पूछा गया तो उसने ब्लैक फंगस बताया. उसके बाद सदर अस्पताल के आंख के डॉक्टर ने जांच की तो उसने भी ब्लैक फंगस बताया है. इसका इलाज यहां नहीं है. उसके बाद मरीज को बनारस बीएचयू रेफर किया गया है. परिजनों ने बिहार सरकार से गुहार लगाई कि मरीज काफी गरीब परिवार से है. हमारे पास पैसा नहीं है. इलाज में मदद किया जाए.
भभुआ सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिनोद कुमार ने बताया कि मरीज के लक्षण देखने से प्रतीत होता है कि ब्लैक फंगस हुआ है. ऐसे आंख के डॉक्टर को भी दिखाया गया. कई जांच करानी होंगी. उसके बाद ही ब्लैक फंगस की पुष्टि हो सकती है. फिलहाल मरीज को बनारस रेफर किया गया है. कोरोना के महामारी के बीच ब्लैक फंगस मरीज का मिलना कैमूर जिले के स्वास्थ्य विभाग में खलबली बढ़ा दिया है, क्यों कि पूरे बिहार में यह नई बीमारी घातक तरीके से फैल रही है. कैमूर में ब्लैक फंगस के लक्षणें का यह पहला मामला है.