केजरीवाल की प्रमुख बातें…
-दिल्ली में लॉकडाउन लगाना बेहद जरूरी हो गया था, ताकि कोरोना के केसों में कमी आ सके, लेकिन लॉकडाउन गरीबों के लिए बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर देता है. खासकर दिहाड़ी मजदूरों और उनके लिए जो रोज कमाते हैं और खाते हैं. इनके लिए घर चलाना भी मुश्किल हो जाता है.
-दिल्ली में करीब 72 लाख राशन कार्ड धारकों को अगले दो महीने तक फ्री में राशन दिया जाएगा, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लॉकडाउन दो महीने तक चलेगा. आर्थिक तंगी से जूझ रहे गरीब आदमी की मदद के लिए ऐसा किया गया है.
-साथ ही ऑटो और टैक्सी चालकों को 5-5 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
-पिछली बार लॉकडाउन में दिल्ली सरकार ने करीब 1 लाख 56 हजार ड्राइवरों की मदद की थी.
-ये बहुत कठिन दौर है, जिससे हम सभी गुजर रहे हैं.
-कोरोना की सेकेंड वेव बहुत ज्यादा खराब है.
-सभी लोगों से विनती है कि इस समय एक-दूसरे की मदद करें. सब लोग चाहे वह किसी भी पार्टी के हों, सभी आपस में मिलकर एक-दूसरे की मदद करें.
-इस वक्त कोई राजनीति न करें.
-बीमार व्यक्ति को अस्तपाल में भर्ती कराने, बेड न मिलने पर उसकी व्यवस्था करवाने, ऑक्सीजन दिलवाने में मदद करें.
24 घंटे में कोरोना के 18,043 नए मामले सामने आए
दिल्ली में कोरोना के हालात अब पहले की तुलना में कुछ बेहतर हुए हैं, लेकिन मौत के आंकड़े डराने वाले हैं. दिल्ली में बीते 24 घंटे में जो आंकड़े सामने आए हैं, वह कुछ हद संतोषजनक कहे जा सकते हैं. बीते 24 घंटे में कोरोना के 18,043 नए मामले सामने आए हैं और 448 लोगों की मौत हुई है. अब दिल्ली में एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या 89,592 हो गई है. बीते 24 घंटे में 20,293 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है. इस समय दिल्ली में 50,441 लोग होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं, जबकि बीते 24 घंटों में दिल्ली में कुल 61,045 सैंपल की कोरोना जांच की गई है, वहीं मृत्यु दर अब 1.44 % पहुंच गई है. अगर पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो वह रविवार से घटने लगी है. सोमवार को भी पॉजिटिविटी रेट 29.56 % थी.