छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तर्रेम जंगल में शनिवार को नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच जबर्दस्त मुठभेड़ हुई। इसमें पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और 10 अन्य घायल हुए हैं। पांच शहीद जवानों में दो सीआरपीएफ के हैं जबकि तीन जिला आरक्षित गार्ड यानी डीआरजी के। मुठभेड़ स्थल पर करीब 250 नक्सली मौजूद थे। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में नौ नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है।
राज्य के डीजीपी दुर्गेश माधव अवस्थी ने यह जानकारी दी। मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल तीन जवानों को घटना स्थल से एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने घायल जवानों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का आदेश दिया है। नौ एंबुलेंस को भी तर्रेम के जंगलों में भेजा गया है।
सूत्रों ने बताया कि जंगल में घिरे जवानों के राहत व बचाव के लिए वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टरों को लगाया गया। मुठभेड़ में बड़ी संख्या में जवानों के शहीद होने को लेकर रायपुर में डीजीपी अवस्थी, नक्सल विरोधी अभियान के विशेष डीजी अशोक जुनेजा व अन्य अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की।
According to initial information, at least 9 more Naxals have been killed and around 15 others were injured in the encounter. We will need more time to confirm this. As per our estimates, there were 250 Naxalites there: P Sundarraj, IG Bastar pic.twitter.com/28r5a6a8Z2
— ANI (@ANI) April 3, 2021
250 नक्सली मौजूद थे
आरंभिक खबरों के अनुसार मुठभेड़ में कम से कम नौ नक्सली मारे गए और 15 घायल हुए। इनमें एक महिला नक्सली भी शामिल है। बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने कहा कि अभी हताहत नक्सलियों की संख्या की पुष्टि की जाना है। हमारे अनुमान के अनुसार घटनास्थल पर करीब 250 नक्सली मौजूद थे।
सीआरपीएफ व डीआरजी की साझा टीम गई थी अभियान पर
सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तर्रेम के जंगल में सीआरपीएफ और डीआरजी की साझा टीम गई थी। तभी तर्रेम के जंगल में भीषण मुठभेड़ छिड़ गई। छत्तीसगढ़ में साझा अभियान के लिए एसटीएफ, डीआरजी, सीआरपीएफ व कोबरा के 400 जवानों की टीम बनाई गई है।