सपा सांसद राज्यसभा के रामगोपाल यादव ने कृषि कानून और दिल्ली हिंसा के बाद सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर किसानों को रोकने के लिए जो बैरिकेटिंग की गई है और सुरक्षा के जो उपाय किये गये है वो पाकिस्तान से भी ज्यादा सख्त है,उन्होंने कहा कि किसान अपने मन की बात सुनाने के लिए आए हैं लेकिन आपको तो सिर्फ अपनी सुनाई देती है. सपा सांसद ने कहा कि आज गाजीपुर बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवारें बना दी गई हैं जो पार्लियामेंट की सुरक्षा से भी ज्यादा है. क्या किसान दिल्ली हमला करने आ रहे हैं ? उन्होंने कहा कि गाजीपुर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है, वह पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है. मैंने पाकिस्तान बॉर्डर देखा है.
सपा नेता ने मोदी सरकार से पूछा कि आप क्यों जबरदस्ती कानून किसानों पर लादना चाहते हैं, जब किसान यह कानून नहीं चाहते हैं. अगर आप डेढ़ साल तक कानूनों को रोकने के लिए तैयार हैं तो आप उनको रिपील क्यों नहीं कर सकते?. उन्होंने कहा कि आप इस सत्र में नए कृषि कानूनों को रिपील कर दीजिए, नए बिल लाइए उन्हें स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजिए और फिर उन्हें पास कर दीजिए. रामगोपाल यादव ने कहा कि अगर पहले ही नए कृषि बिलों को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा गया होता तो आज यह हालात नहीं होते.
किसान कई महीनों से बैठे हैं, कई शहीद हो चुके लेकिन यह सरकार निर्दई हो गई है बेरहम हो गई है. बता दें कि किसान, तीन नए कृषि कानून के खिलाफ पिछले 70 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन सभी वार्ता बेनतीजा रही हैं.