आंदोलन के डेढ़ महीने बीत जाने पर अपनी मांगों पर अडीग किसान संगठन सरकार के प्रस्ताव पर पीछे हटने को तैयार नहीं है! किसान मान मनौवल के दौर भी गुजर चुके हैं ,पर किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर अडिग है , चुकी किसान आंदोलन का आज 41वा दिन है, और अपनी मांगों को पूरी करवाने के लिए किसान हर रोज नई रणनीति तैयार कर रहे हैं ! 8 जनवरी को किसानों की सरकार के साथ नौवें दौर की बातचीत होनी है ! इससे पहले किसानों ने बड़े प्रदर्शन की तैयारी की हुई है , अगर 8 जनवरी की बैठक में हल नहीं निकला तो, 9 जनवरी को कृषि कानून की प्रतियां जलाने की भी तैयारी है , साथ ही 9 जनवरी से ही हरियाणा पंजाब में किसान घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर कृषि कानून के विरोध में सड़क पर आने की मांग करेंगे और 26 जनवरी के दिन दिल्ली में लाखों की संख्या में ट्रैक्टर के साथ ट्रैक्टर परेड की भी चेतावनी दी गई है!
दिल्ली के कई जगहों में बारिश हो रही है. बारिश की वजह से कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसान प्रभावित हुए. हालांकि, वह अब भी घर वापसी के लिए तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि सरकार कानून वापस लेगी फिर ही हम घर जाएंगे.