ठंड की ठिठुरन के बीच दिल्ली से सटे गाजियाबाद में रविवार को एक बहुत बड़ा हादसा हो गया, जहां देखते -देखते 25 लोगों की जिंदगी मौत के मुंह में समा गई, और ना जाने कितने हादसे में घायल हो गये , दरअसल दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मुरादनगर के श्मशान घाट की एक छत गिर गई , जहां मौके पर ही 25 लोगों की मौत हो गई है लोगों को सोचने का वक्त भी नहीं मिला अनेकों जिंदगी या खत्म हो गई , उसी हादसे में दर्जनों लोग घायल भी हो गए जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है!
बारिश के कारण गाजियाबाद जिले के मुरादनगर थाना क्षेत्र के उखरानी/ बम्बा रोड पर स्थित श्मशान घाट में पिलरों पर लिंटर गिर गया। जिसके नीचे करीब डेढ़ दर्जन लोग दब गए। यह सभी लोग दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। बारिश की वजह से ये लोग छत के नीचे खड़े हो गए थे तभी श्मशान घाट का लेंटर भरभराकर गिर गया। चीख पुकार के बीच कुछ लोग उसके अंदर ही मलबे में दब गए जबकि कुछ ने दौड़कर अपनी जान बचाई। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए क्रेन भी बुलाई है। पुलिस के मुताबिक, अभी भी दर्जन भर से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। तो वहीं, बारिश के कारण बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। तो वहीं, 15 शव एमएमजी जिला अस्पताल में पहुंच चुके है। तो वहीं, चार शव सीएचसी मुरादनगर पहुंचे गए है। अभी ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। एसएसपी गाजियाबाद ने बताया कि 25 से ज्यादा लोग को मलबे के नीचे से निकालकर इलाज के लिए सीएचसी, आईटीएस कॉलेज और एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे में मरने वाले 11 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि आठ लोग अभी अज्ञात में हैं, इनकी पहचान नहीं हो सकी है। इनके नाम दिग्विजय पुत्र मुकेश त्यागी निवासी मुरादनगर, प्रमोद कुमार पुत्र रामपाल निवासी गंगा विहार मुरादनगर, नितिन पुत्र इकबाल सिंह निवासी मुरादनगर, नेपाल सिंह पुत्र कालू राम निवासी मुदानगर, रोबिन पुत्र अज्ञात, दिनेश पुत्र परमानंद निवासी कृष्णा कुंज मोदीनगर, उधम सिंह पुत्र रमेश निवासी डिफेंस कॉलोनी मुरादनगर, जयवीर पुत्र बलवीर सिंह निवासी मेरठ, सुरेश पुत्र दर्शन दयाल लोहियानगर गाजियाबाद, सुधाकर पुत्र हरवीर सिंह निवासी मसूरी, किशनपाल पुत्र प्रलोभ सिंह निवासी मुरादनगर थे।
घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई के निर्देश दिए. ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
निहारिका सिंह- ईओ, मुरादनगर नगरपालिका
चंद्रपाल- जूनियर इंजीनियर
आशीष- सुपरवाइजर
अजय त्यागी- ठेकेदार
ये हैं वो लोग जिनकी लापरवाही गाजियाबाद के मुरादनगर में दो दर्जन से ज्यादा जिंदगियों पर भारी पड़ गई. गाजियाबाद पुलिस ने इन चारों समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अब इंतजार है एक्शन का. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद प्रशासन से इस हादसे की पूरी रिपोर्ट मांगी है.
पीएम मोदी ने जताया दुख
हादसा इतना भीषण था कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इससे विचलित हो गए. उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’
अंतिम संस्कार के दौरान गिरा छत
अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचने परिवार और रिश्तेदारों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बारिश से बचने के लिए जिस शेड की तरफ वो कदम बढ़ा रहे हैं, वहीं उनकी जीती जागती कब्रगाह जाएगी. प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, उसके दादा का अंतिम संस्कार चल रहा था और बाकी लोग दूर खड़े होकर देख रहे थे. इसी दौरान जोर की आवाज आई और जब वो उस तरफ दौड़े तो देखा छत के नीचे कई लोग दबे हुए थे.