प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। इसके बाद उन्होंने कहा कि ‘स्वास्थ्य ही संपदा है ‘, वर्ष 2020 ने हमें यह अच्छी तरह से सिखाया है। यह चुनौतियों से भरा वर्ष रहा है। नया साल दस्तक दे रहा है। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि संस्थान को 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1195 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि साल 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फैसिलिटी के साथ विदाई देना, इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है। स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है। इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है। कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि संस्थान को 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। संस्थान का निर्माण 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। पीएमओ के अनुसार इस आधुनिक अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे, जिनमें से 30 बिस्तर आयुष ब्लॉक में होंगे। इसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 60 सीटें होंगी।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को ट्वीट करके कहा, ‘कल 31 दिसंबर को सुबह 11 बजे राजकोट में एम्स की आधारशिला रखूंगा। इस परियोजना से गुजरात में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।’ समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपानी, और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी शामिल होंगे।