पश्चिम बंगाल के चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे वहां की सरगर्मी तेज होते ता जा रही है लगातार माहौल को गर्म करने और वहां की राजनीति की लय बिगाड़ने भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज ममता के गढ़ में सेंध मारने जा रहे हैं आज फिर जेपी नड्डा ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर में डोर टू डोर कैंपेनिंग करेंगे ,उसके बाद ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हर्बल जाएंगे ,माना जा रहा है कि आक्रमक चुनावी अभियान की शुरुआत जिस प्रकार भाजपा ने किया वह एक बड़ा प्रभाव बंगाल में डालेगी ,लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इतना आसान नहीं है बंगाल की राजनीति में भाजपा का दखल देना!
ममता और अभिषेक के गढ़ में बीजेपी
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में पहले ही ‘आर नोई अन्नाय’ अभियान शुरू किया है. इस अभियान का उद्देश्य वैसे लोगों से संपर्क साधना है जो कई कथित रूप से कई सालों से टीएमसी राज में जुल्म का शिकार हुए हैं. जेपी नड्डा भवानीपुर में इसी अभियान को जनता के बीच ले जाएंगे.
बीजपी नेता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि 9 दिसंबर को जेपी नड्डा बंगाल में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करेंगे. लगभग 4 बजे शाम से वह गिरिश मुखर्जी रोड जाएंगे और ‘आर नोई अन्नाय’ में शामिल होंगे. इसके बाद नड्डा कालीघाट मंदिर जाएंगे.
अगले दिन शाम 4 बजे बीजेपी अध्यक्ष डायमंड हार्बर के रेडियो स्टेशन ग्राउंड में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ममता बनर्जी के क्षेत्र भवानीपुर और अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हॉर्बर में 4 महीने का आक्रामक अभियान चलाने की रणनीति बना रही है.
जेपी नड्डा का ये दो दिन का दौरा इसी सिलसिले में है. इस दौरान नड्डा राज्य की सियासत का मिजाज भांपेंगे, अपने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाएंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे. नड्डा भवानीपुर में पार्टी कार्यालय में बीजेपी की इलेक्शन टीम के साथ मीटिंग भी करेंगे.
ममता से भवानीपुर छीनने की तैयारी
दरअसल पश्चिम बंगाल में टीएमसी से सत्ता छीनने के साथ ही बीजेपी सीएम ममता बनर्जी को उनके ही विधानसभा क्षेत्र भावनीपुर में शिकस्त देना चाहती है.
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी भवानीपुर क्षेत्र में 185 वोटों से आगे रही थी, हालांकि 2019 में बीजेपी को भवानीपुर क्षेत्र में 3168 वोटों से पिछड़ना पड़ना था. बीजेपी अब इस क्षेत्र में ममता को चुनौती देने से पहले अपनी पकड़ और भी मजबूत करना चाहती है .
2016 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने इस सीट पर 25 हजार वोटों से जीत हासिल की थी, ममता ने यहां कांग्रेस की दीपा दासमुंशी को हराया था जबकि बीजेपी तीसरे नंबर पर चली गई थी.
भवानीपुर सीट पर लगभग 45000 मुस्लिम वोटर हैं, जबकि 90 हजार बंगाली वोटर्स और 50 हजार गैर बंगाली वोटर हैं. बीजेपी 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है.
डायमंड हार्बर पर नजर
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की संसदीय सीट डायमंड हार्बर पर भी बीजेपी रणनीतिक रूप से काम कर रही है. इस लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की सात सीटें आती हैं. इन सभी सीटों पर मुस्लिम आबादी की अच्छी संख्या है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी यहां के सभी 7 क्षेत्रों में पीछे रही थी. इस बार बीजेपी यहां पूरा जोर लगा रही है और 7 सीटों में से कम से कम 4 सीट अच्छे अंतर से जीतने की योजना बना रही है. बीजेपी की नजर हिन्दू वोटों पर है. इसके अलावा वह अभिषेक बनर्जी के खिलाफ उपजे असंतोष को भुनाना चाहती है.
टीएमसी ने जेपी नड्डा के दौरे पर चुटकी ली है. ममता सरकार के मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि नड्डा भवानीपुर जा सकते हैं, लेकिन उससे होगा क्या? वह डायमंड हार्बर भी जा सकते हैं, वहां बहुत बड़ा समंदर है, पर्यटकों के लिए वो रमणीक स्थान है. लेकिन वो तो मछली खाते नहीं हैं, उनके दौरे से क्या होगा, दिल्ली के लोगों को यहां वोट नहीं मिलता है, यहां हिन्दी बोलने वाले लोग भी इन्हें वोट नहीं देंगे क्योंकि ये जानते हैं कि ये लोग दिल्ली से सिर्फ आनंद के लिए आ रहे हैं.