सरकार जीएसटी को लेकर फ्रॉड करने वालों पर सख्त हो गई है। डायरेक्टरोट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने पिछले 3 हफ्तों में टैक्स क्रेडिट फ्रॉड के 1161 मामले पकड़े हैं। इन मामलों में 104 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह जानकारी ऑफिशियल सोर्सेज के हवाले से मिली है। इसके अलावा पूरी कार्रवाई के दौरान देश भर में जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाली 3479 फर्जी कंपनियों का भी पता चला है।
कम जीएसटी कलेक्शन के कारण जीएसटी अथॉरिटी ने सिस्टम में फर्जीवाड़े का पता लगाने का फैसला किया है। रेवेन्यू लीकेज का एक सबसे बड़ा कारण इनपुट टैक्स क्रेडिट का आउटफ्लो है।
जानकारी के मुताबिक 4 दिसंबर को ही 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें 114 फर्जी कंपनियों से जुड़े 65 मामलों में गिरफ्तार किया गया है। ये फर्जी कंपनियां सर्कुलर ट्रेडिंग का काम करती थी। यहां फर्जी इनवॉइस जारी करने का काम चल रहा था। यानी पूरा कारोबार सिर्फ कागजों पर ही चलता था।
इन कार्रवाई के लिए 38 शहरों में छापामारी की गई। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, “कर चोरी की सही जानकारी का पता लगाने के लिए फेक इनवॉयसेज का फायदा उठाने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है।
पकड़े गए लोगों में से एक शख्स को 520 करोड़ के फर्जी इनवॉयस स्कैम में गिरफ्तार किया गया है। यह शख्स महाराष्ट्र के एक विधायक का बेटा सुनील गुट्टे है। गुट्टे की जमानत के लिए कई वरिष्ठ वकीलों ने कोशिश की थी लेकिन उसे जमानत नहीं मिली है।