delhi ravi- किसानों द्वारा पुरजोर आंदोलन से केंद्र सरकार हरकत में आ गई है और गृह मंत्री अमित शाह ने मिलने और बैठक का प्रस्ताव 11:00 बजे तय कर दिया है शाह किसी भी कीमत पर नहीं चाहते हैं की किसान आंदोलन करें वह उनकी प्रस्ताव पर विचार करने के लिए बैठक का समय प्रस्तावित किए हैं ! किसानों का आंदोलन उग्र होने की संभावनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने किसानों के साथ बैठने और उनकी मांग को मानने पर विचार कर सकती है यह इशारा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा दिया गया !
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि अगर किसान चाहते हैं कि भारत सरकार उनसे जल्दी बात करे तो उन्हें आंदोलन के लिए निर्धारित जगह पर जाना होगा. जैसे ही किसान सिंधु और टिकरी बॉर्डर से हटेंगे, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार रहेगी.
गृह मंत्री के जवाब में किसान नेता जगजीत सिंह और शिवकुमार कक्का ने कहा है कि हम सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं, लेकिन शर्त नहीं होनी चाहिए. किसान नेताओं का कहना है कि हमें इस बात का दुख है कि अमित शाह ने कंडीशन लगाई है कि पहले आपको एक जो जगह दी गई है वहां जाना चाहिए. उसके बाद बातचीत होगी. यह ठीक नहीं है.
किसान नेताओं ने कहा कि बातचीत से ही समस्या का समाधान निकलता है. यह हम मानते हैं, लेकिन अमित शाह ने जो भी कहा है उस पर कल बैठक होगी. हम विचार करेंगे कि हमें आगे क्या करना है.