आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और टीएमसी के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है टीएमसी नेता कुणाल घोष ने रविवार को बताया कि भाजपा के कई नेता आंतरिक कला से नाराज होकर टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल चुनाव अगले साल है और दलबदल की राजनीति तेज है जहां हर नेता पार्टी बदल कर फायदा उठाने के फिराक में पड़ा है इस समय में टीएमसी नेता कुणाल घोष के बयान ने बंगाल के सियासी पारा को गर्म कर दिया है!
घोष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कल (शनिवार) कुछ लोगों ने कहा कि सौगत रॉय और अन्य नेता दूसरी पार्टी ज्वाइन करना चाहते हैं. सौगत बाबू एक वरिष्ठ सांसद हैं. भाजपा के नेता इस तथ्य पर चुप्पी साधने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी आंतरिक कलह से नाराज होकर उनकी पार्टी के 3-4 सांसद और अन्य नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए हमसे संपर्क कर रहे हैं.”
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भी बीजेपी में शामिल होने के कयासों पर कहा कि वह अपनी पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं और कभी बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह को “थर्ड क्लास” नेता और “बाहुबली” करार देते हुए कहा कि वह और पांच अन्य नेता पार्टी छोड़ रहे हैं.
वहीं, बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कहा कि कांग्रेस, सीपीएम और टीएमसी से कई नेता बीजेपी में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “बीजेपी अकेली चुनाव लड़ेगी, हम 51 प्रतिशत वोट की राजनीति में विश्वास रखते हैं. यह बात सही है कि कांग्रेस, सीपीएम और टीएमसी से कई नेता बीजेपी ज्वाइन करना चाहते हैं और हम उनकी क्षमताओं के अनुसार उन्हें शामिल करेंगे.”