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IIT के 51वे दीशांत समारोह मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया
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आत्मनिर्भर भारत के लिए ग्लोबलाइजेसन जरूरी पर आत्मनिर्भरता सबसे जरूरी
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युवाओं को कारोबार करने में सुगमता देने के लिए प्रतिबद्ध
IIT के 51वे दीशांत समारोह मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विडीयो कान्फ्रेन्सींग के जरिये हिस्सा लिया ! संस्थान के दिक्षांत समारोह मे प्रधानमंत्री की उपल्बधि से छाञो मे एक गजब का उत्साह दिखा! प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के बीच मौजूदा स्थिति में, प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका है. महामारी की वजह से कई चीजों में बदलाव हो रहा है. कोविड-19 ने दुनिया को एक बात और सिखा दी है. वैश्वीकरण महत्वपूर्ण है लेकिन इसके साथ-साथ आत्मनिर्भरता भी उतना ही जरूरी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत अपने युवाओं को कारोबार करने में सुगमता देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि ये युवा अपने नवाचार से करोड़ों देशवासियों के जीवन में परिवर्तन ला सके. देश आपको कारोबार की सुगमता देगा बस आप देशवासियों के जीवन सुगमता पर काम कीजिए.
ये मंत्र है:
Focus on quality; never compromise.
AdvertisementEnsure scalability; make your innovations work at a mass scale.
Assure reliability; build long-term trust in the market
Bring in adaptability; be open to change and expect uncertainty as way of life: PM
Advertisement— PMO India (@PMOIndia) November 7, 2020
आईआईटी छात्रों से पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार कृषि क्षेत्र में नवाचार और नए स्टार्टअप्स के लिए इतनी संभावनाएं बनी हैं. पहली बार स्पेस सेक्टर में निजी निवेश के रास्ते खुले हैं. 2 दिन पहले ही, बीपीओ सेक्टर के सुगमता के लिए भी एक बड़ा सुधार किया गया है. ऐसे प्रावधान जो टेक इंडस्ट्री को घर से काम या फिर किसी भी स्थान से काम करने जैसी सुविधाओं से रोकते थे, उनको भी हटा दिया गया है. ये देश के आईटी सेक्टर को वैश्विक बनाएगा और आप जैसे यंग टैलेंट को और ज्यादा मौके देगा.
पीएम मोदी ने कहा, “आप सभी छात्रों में असाधारण क्षमता है, आखिर आप सबसे कठिन एग्जाम में से एक माने जाने वाले JEE को पास किया है और फिर आप आईआईटी में आए हैं. हालांकि, दो और चीजें हैं, जो आपकी क्षमता को और अधिक बढ़ाएगी. एक है लचीलापन और दूसरी है विन्रमता