24 घंटे में सामने आए 61,408 नए COVID-19 केस, 836 की मौत, मामले 31 लाख के पार
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 31,06,348 हो गई है.
नई दिल्ली:
भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में (Coronavirus) का खौफ देखने को मिल रहा है. अभी तक 2.34 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. यह वायरस 8.08 लाख से ज्यादा मरीजों की जिंदगी छीन चुका है. भारत (Coronavirus India Report) में भी हर रोज COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 31,06,348 हो गई है. देश में 31 लाख मामले सामने आने में 207 दिन लगे हैं. पिछले 24 घंटों में (रविवार सुबह 8 बजे से लेकर सोमवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 61,408 नए मामले सामने आए हैं.
इस दौरान देश में 836 CORONAसे मौत भी हुई है. 23,38,035 मरीज ठीक हो चुके हैं और अब तक 57,542 लोगों की जान गई है. रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 75.27 प्रतिशत पर पहुंच गया है. पॉजिटिविटी रेट 10.06 प्रतिशत है. 23 अगस्त को 6,09,917 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए. अभी तक कुल 3,59,02137 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं. देश के लगभग सभी राज्यों से कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए.
पिछले कई महीनों से दुनियाभर में आतंक मचा रहे कोरोनावायरस और उससे फैलने वाली महामारी, यानी COVID-19 के पहले 1,00,000 पुष्ट मामले भारत में 110 दिन में सामने आए थे, लेकिन फिर रफ्तार बढ़ती गई, और अब देश में एक लाख केस सिर्फ एक-दो दिन में जुड़ते जा रहे हैं… भारत को 31 लाख पुष्ट मामलों का आंकड़ा पार करने में कुल 207 दिन लगे हैं… | ||
तिथि | कुल मामले | समय लगा |
---|---|---|
19 मई | 1,01,139 | 110 दिन |
3 जून | 2,07,615 | 15 दिन |
13 जून | 3,08,993 | 10 दिन |
21 जून | 4,10,461 | 8 दिन |
27 जून | 5,08,953 | 6 दिन |
2 जुलाई | 6,04,641 | 5 दिन |
7 जुलाई | 7,19,665 | 5 दिन |
11 जुलाई | 8,20,916 | 4 दिन |
14 जुलाई | 9,06,752 | 3 दिन |
17 जुलाई | 10,03,832 | 3 दिन |
20 जुलाई | 11,18,043 | 3 दिन |
23 जुलाई | 12,38,635 | 3 दिन |
25 जुलाई | 13,36,861 | 2 दिन |
27 जुलाई | 14,35,453 | 2 दिन |
29 जुलाई | 15,31,669 | 2 दिन |
31 जुलाई | 16,38,870 | 2 दिन |
2 अगस्त | 17,50,723 | 2 दिन |
3 अगस्त | 18,03,695 | 1 दिन |
5 अगस्त | 19,08,254 | 2 दिन |
7 अगस्त | 20,27,074 | 2 दिन |
9 अगस्त | 21,53,010 | 2 दिन |
10 अगस्त | 22,15,074 | 1 दिन |
12 अगस्त | 23,29,638 | 2 दिन |
14 अगस्त | 24,61,190 | 2 दिन |
15 अगस्त | 25,26,192 | 1 दिन |
17 अगस्त | 26,47,663 | 2 दिन |
18 अगस्त | 27,02,742 | 1 दिन |
20 अगस्त | 28,36,925 | 2 दिन |
21 अगस्त | 29,05,823 | 1 दिन |
23 अगस्त | 30,44,940 | 2 दिन |
24 अगस्त | 31,06,348 | 1 दिन |
गौरतलब है कि कोरोना को लेकर तमाम शोध भी जारी हैं. शोधकर्ताओं की एक टीम ने सर्जरी के दौरान मरीजों की नाक से निकाले गए टिश्यू का अध्ययन किया. उन्होंने पाया कि कोरोना से संक्रमित होने से मरीज सूंघने की क्षमता खो देता है, भले ही उन्हें कोई अन्य लक्षण न हों. रिसर्च में पाया गया कि नाक का जो हिस्सा सूंघने में मदद करता है, वहां angiotensin-converting enzyme II (ACE-2) का स्तर काफी ज्यादा था. इस एंजाइम को कोरोनावायरस के लिए प्रवेश बिंदु माना जाता है. जहां से COVID-19 शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है और संक्रमण फैलता चला जाता है.
प्रोफेसर लेन ने यह रिसर्च की है. उन्होंने कहा, ‘मैं नाक और साइनस की समस्याओं का विशेषज्ञ हूं, इसलिए कोरोना में सूंघने की क्षमता पर असर होना, मेरे लिए अध्ययन का विषय बना. जबकि अन्य श्वसन वायरस आमतौर पर वायुप्रवाह में बाधा के माध्यम से सूंघने की क्षमता को नुकसान पहुंचाते हैं, कोरोनावायरस कभी-कभी अन्य लक्षणों की अनुपस्थिति में सूंघ न सकने की वजह बनता है.’