पटना. दिल्ली जैसे शहरों में चलने वाली मेट्रो का अपना लोगो (Logo) होता है, जिससे उसकी पहचान होती है. इसी तरह से पटना मेट्रो को भी आखिरकार अपना लोगो मिल गया. इसके लिए बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, दिल्ली, मुंबई समेत देश भर से करीब 7500 डिजाइन आयी थी. जिनकी स्क्रीनिंग का काम करीब साल भर चला.
कुल 7500 डिजाइनों में से करीब दो हजार डिजाइन तो सिर्फ राजधानी पटना के लोगों ने भेजी थी. बड़ी संख्या में डिजाइन के आवेदन आने से अंतिम चयन में लगभग दो साल का समय लगा. आखिरकार शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने आधिकारिक रूप से पटना मेट्रो के लोगो का अनावरण कर दिया. आपको बता दें कि पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन (पीएमआरसी) ने लोगो डिजाइन प्रतियोगिता के तहत आठ से 23 जुलाई तक आवेदन मांगे थे.
पटना मेट्रो का लोगो बाकी शहरों के मेट्रो से काफी अलग है. पटना मेट्रो लोगो का मानक न्यूनतम 4 इंच गुना 4 इंच के आकार का रखा गया है. लोगो के डिजाइन में इस बात का ख्याल रखा गया है कि वह पटना का प्रतिनिधित्व करने वाला हो. सबसे खास बात यह है कि लोगो यातायात के क्षेत्र में होने वाले क्रांतिकारी बदलाव की झलक दिखलाने वाला है.
लोगो को डिजाइन की मौलिकता, रचनात्मकता, तकनीकी उत्कृष्टता, सादगी और दृश्य प्रभाव के आधार पर चुना गया है. इसको चुनने के लिए पटना निफ्ट और कला एवं शिल्प विश्वविद्यालय के सदस्यों की पांच सदस्यीय टीम बनाई गई थी. यह टीम आवेदनों को कई स्तरों पर परख रही थी. अंतिम रूप से तीन लोगो का चयन किया गया, जिसमें से एक लोगो को फाइनल कर दिया गया.
लोगो बनाने वाले को मिलेंगे इतने पुरस्कार
पटना मेट्रो बनाने के लिए पूरे देश में एक प्रतियोगिया करवाई गई थी. इसमें जिस प्रतिभागी के बनाये लोगो का चयन हुआ है, उसे प्रथम विजेता के तौर पर 50 हजार का नकद पुरस्कार भी मिलेगा. इसके अलावा दूसरे स्थान पर आने वाले को 25 हजार और तीसरे स्थान पर आने वाले को 11 हजार रुपये दिए जाएंगे. आपको बता दें कि इस लोगो को लोगों ने ईमेल के जरीए भेजा था.