पटना. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB पिछले कुछ वर्षो से बिहार में लगातार कारवाई कर रही है. वर्ष 2022 में NCB ने अब तक 8 हजार दो सौ 93 किलो मादक पदार्थ पकड़े हैं. इनमें गांजा से लेकर चरस, अफीम, हेरोइन, काला पत्थर और काला पाउडर समेत दूसरे अन्य मादक पदार्थ शामिल हैं. वहीं, बात इन मादक पदार्थ से जुड़े तस्करों की करें तो 70 इंटर स्टेट तस्करों को NCB ने गिरफ्तार किया है. इसके अतिरिक्त 622 एकड़ में लगी अफीम की फसल को भी विनष्ट किया गया है.
NCB के निदेशक कुमार मनीष का कहना है कि कारवाई का यह सिलसिला आगे भी इसी तरह से जारी रहेगा. मनीष कुमार के मुताबिक, ये मादक पदार्थ जिसे NCB ने अपनी कारवाई के दौरान जब्त किए हैं, नेपाल, त्रिपुरा, ओडिशा, नॉर्थ ईस्ट और म्यामांर से लाए जाते हैं. हालांकि, मनीष कुमार बताते हैं कि बिहार में मादक पदार्थो को उतनी खपत नहीं जितनी यहां से होकर दूसरे राज्यों में जाती है.
यहां यह भी बतात दें कि इन मादक पदार्थो के विरुद्ध NCB की कारवाई 2021 की तुलना में 2022 में थोड़ी धीमी नजर आई. हालांकि इसके पीछे की वजह विभिन्न राज्यों में चुनाव का होना बताया जा रहा है. NCB डायरेक्टर कुमार मनीष इस बात को भी खुले तौर पर ऑन कैमरा स्वीकारते हैं कि हो सकता है कि हमलोगों से कहीं चूक भी हुई हो, जिसका फायदा मादक पदार्थों के कारोबार से जुड़े लोग उठाए हों और अपनी कंसाइनमेंट को बिहार के रास्ते अपनी मंजिल तक ले जाने में कामयाब भी हो गए हों.
मादक पदार्थ के सप्लायरों के खिलाफ पूरे साल एक्शन में दिखने वाली NCB के डायरेक्टर स्कूली बच्चों से इस बात की अपील भी कर रहे हैं कि आप किसी भी सूरत में मादक पदार्थ का सेवन कतई कभी न करें. पहली बार तो यह आपको मजा से सकता है, लेकिन जीवन भर की सजा भी यही मादक पदार्थ बन जाती है. बहरहाल, अब आगे यह देखना अहम होगा कि NCB आगे आनेवाले दिनों में मादक पदार्थ के विरुद्ध अपना एक्शन और कितनी तेज करती है.