पटना: बिहार की सियासत में बीते महीने राजनीतिक उठा-पटक की वजह से भारतीय जनता पार्टी के सत्ता गंवाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दौरे पर हैं. सीमांचल क्षेत्र में दो दिन के लिए आए अमित शाह ने शुक्रवार को पूर्णिया में भाजपा की जनभावना रैली को संबोधित किया और कहा कि मेरे आने से यहां लालू और नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है. अमित शाह ने कहा कि नीतीश जी ने प्रधानमंत्री बनने के लिए हमे धोखा दिया है, मगर वह कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, साथ ही बिहार में भी उनकी सरकार नहीं चल पाएगी. अमित शाह ने लालू यादव को भी आगाह करते हुए कहा कि नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव को भी धोखा देकर कांग्रेस के साथ जा सकते हैं.
पूर्णिया में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने लालू-नीतीश की जोड़ी पर हमला और कहा कि मेरे आने से लालू और नीतीश के पेट में दर्द हो रहा है. वे कह रहे हैं कि झगड़ा लगाने आए हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि झगड़ा लगाने के लिए लालू जी आप पर्याप्त हो. आपने पूरा जीवन यही काम किया है. लालू जी के सरकार में आने से डर का माहौल शुरू हो गया है. मगर सीमावर्ती इलाके के लोगों को यह बताने आया हूं कि ये सीमावर्ती जिले हिंदुस्तान का हिस्सा हैं, यहां किसी को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है. यह भीड़ लालू-नीतीश सरकार के लिए चेतावनी का सिग्नल है.
हम सेवा और विकास की राजनीति के पक्षधर- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि बिहार की यह धरती परिवर्तन का केंद्र रही है. अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता का आंदोलन हो या इंदिरा की इमरजेंसी हो, इसके खिलाफ आंदोलन बिहार की भूमि से ही शुरू हुआ. आज भाजपा को धोखा देकर लालू की गोद में बैठकर नीतीश जी ने स्वार्थ और सत्ता की राजनीति का जो परिचय दिया है, उसके खिलाभ बिगुल फुंकने की शुरुआत भी इसी भूमि से होगी. हम स्वार्थ और सत्ता की राजनीति की जगह सेवा और विकास की राजनीति के पक्षधर हैं. सत्ता के स्वार्थ और दलबदल कर नीतीश कुमार जी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं
नीतीश जी आपको भी धोखा देंगे लालू जी-अमित शाह
नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि आपने राजीनीति की शुरुआत से ही लोगों को धोखा दिया है. आप सबसे पहले जनता पार्टी देवीलाल गुट के साथ चले गए, उसके बाद लालू जी के साथ कपट किया. लालू जी आप ध्यान रखिएगा, नीतीश बाबू कल आपको भी छोड़कर कांग्रेस की गोदी में बैठ जाएंगे और आप धरे के धरे रह जाएंगे और किसी को मालूम भी नहीं पड़ेगा. सबसे बड़ा धोखा नीतीश जी ने किसी को दिया है तो देश में प्रतिष्ठित समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस को दिया है. उनके कंधे पर बैठकर समता पार्टी बनाई और जब जॉर्ज बाबू का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहा तो उन्हें हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए. शरद यादव जी के साथ भी उन्होंने ऐसा ही किया. उसके बाद भाजपा के साथ धोखा, जीतन राम मांझी, राम विलास पासवान के साथ कपट किया. नीतीश कुमार ने कुर्सी बचाने के अलावा और कुछ नहीं किया. प्रधानमंत्री बनने की लालसा में वह फिर से लालू जी के साथ चले गए.