दुनिया भर के तमाम देश जब एक बार फिर से अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कोविड की पहली वाली स्थिति में आते दिख रहे हैं तो ऐसे में अब चीन से एक डराने वाली खबर सामने आई है. चीन में एक बार फिर से कोरोना वायरस रफ्तार पकड़ते दिख रहा है. चीन का संघाई शहर इस समय पूरी तरह से कोरोना की चपेट में और यहां हालात बेकाबू हो गए हैं. संक्रमण से बचाव के लिए चीन की सरकार ने शंघाई में कई तरह की पाबंदिया लगा दी हैं.
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बाद सरकार ने कुछ ऐसी पाबंदियां लगाई हैं जो आपको हैरान कर देंगीं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना के संक्रमण के चलते मां-बाप को बच्चों से दूर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि बच्चों और मां बाप अलग अलग क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है. अब चीनी सरकार की कठोर पाबंदियों को देखकर जनता के मन में खौफ बना हुआ है
कोरोना वायरस की नई लहर से निपटने के लिए सरकार ने कठोरता के साथ पाबंदियों को लागू करना शुरू कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जिन परिवार में लोग कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं उनमें बच्चों और मां बाप को अलग अलग रखा जा रहा है. सरकार इतनी कठोर हो गई है कि बच्चों मां बाप की लोकेशन तक नहीं दी जा रही है. शहर में कई लोग अपने बच्चों की लोकेशन को जानने के लिए प्रशासन के पास गुहार लगा रहे हैं.आपको बता दें कि शंघाई चीन में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में से एक है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार शहर की एक महिला एस्थर झाओ अपने ढाई साल की बच्ची जिसे बुखार आ रहा था लेकर अस्पताल गई हुई थी. उसकी जांच के बाद पता चला कि उसे कोरोना है. तीन दिन बाद उसकी मां भी कोरोना से संक्रमित पाई गई. अस्पताल प्रशासन को जैसे ही इस बात की खबर मिली उन्होंने बच्ची और मां को अलग अलग क्वारंटीन सेंटर भेज दिया. बताया जा रहा है कि मां चीखती और चिल्लाती रही कि बच्ची छोटी है उसे उससे अलग न करें लेकिन प्रशासन ने उसकी नहीं सुनी.
अस्पताल प्रशासन पर आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि डॉक्टर्स ने उससे कहा कि अगर उसने बेटी को बच्चों के लिए बने क्वारंटी सेंटर नहीं भेजा तो उसे अस्पताल में ही छोड़ दिया जाएगा. डॉक्टर्स ने मां-बाप को मैसेज कर बस इतना बताया कि उनकी बच्ची ठीक है लेकिन उसे कहां रखा गया इस बात की कोई जानकारी नहीं दी.
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