हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है. जिससे सियासी तापमान बढ़ना तय है साध्वी प्राची ने विवादित बयान देते हुए कहा कि जो लोग बहन और बेगम में अंतर नहीं जानते हैं, वो फव्वारे और शिवलिंग में अंतर की बात करते हैं. इसके साथ उन्होंने कहा कि जब 400 साल पहले बिजली नहीं थी तो फव्वारा क्या फूक मारकर चलाते थे.
वहीं, साध्वी प्राची ने कहा कि जैसे राम मंदिर बन रहा है वैसे ज्ञानवापी, मथुरा, कुतुबमीनार और ताजमहल भी बनेगा. इसके साथ उन्होंने कहा कि जो लोग खुदा से डरते थे वो लोग अब खुदाई से डर रहे हैं. साध्वी प्राची ने कहा कि मुगलों ने हमारे मंदिरों को तोड़ा था. जबकि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग के ऊपर वजू किया जा रहा था, हाथ धोए जा रहे थे और कुल्ला किया जाता था. इन लोगो के संस्कार गंदे हैं. ये लोग हमेशा षड्यंत्र करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत इन्होंने ज्ञानवापी मंदिर पर कब्जा किया था. ज्ञानवापी का ये लोग अर्थ नहीं जानते हैं.
असदुद्दीन ओवैसी और राहुल गांधी पर साधा निशाना
साध्वी प्राची ने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह देश में ग्रह युद्ध कराना चाहते हैं. जांच एजेंसियों को इस पर नजर रखनी चाहिए. वहीं, राहुल गांधी के बयान पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी केरोसिन डालने का काम कर रही है. साध्वी प्राची ने कहा कि 1984 में कांग्रेस ने नरसंहार करवाया था. साथ ही कहा कि राहुल गांधी को जनता नकार दिया है, क्योंकि उनकी गतिविधियां हमेशा देश विरोधी रहती हैं.
इसके साथ साध्वी प्राची ने यूपी सदन में अखिलेश यादव के खराब व्यवहार को लेकर कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य संस्कारी और बेहद विन्रम हैं. अखिलेश यादव की डिप्टी सीएम पर टिप्पणी उनके संस्कारहीनता का परिचय देती है. पूरे देश और प्रदेश में उनके बयान की आलोचना हो रही है.