कोटा. कोचिंग सिटी कोटा की उद्योगनगर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 32 साल से फरार चल रहे 20 हजार रुपये के इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस आरोपी ने जवानी में 30 साल की उम्र में एक महिला को भगाने की वारदात को अंजाम दिया था. उसके बाद यह 32 साल तक फरार रहा. अब जाकर 62 साल की उम्र में पकड़ा गया. आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस को कई पापड़ बेलने पड़े. फिलहाल उद्योगनगर थाना पुलिस के मामले की जांच कर रही है.
पुलिस उपाधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी ओमप्रकाश उर्फ शम्भूदयाल (62) मूल रूप से बूंदी जिले के देई थाना इलाके के नीम का खेड़ा का रहने वाला है. वह सितंबर 1991 में उद्योगनगर इलाके में स्थित सूर्यनगर से एक विवाहित महिला को भगाकर ले गया था. उसके साथ ही सोने के गहने और 15 हजार रुपये भी साथ ले गया था. हालांकि 7 दिन बाद महिला घर लौट आई थी. लेकिन आरोपी लंबे समय से फरार था.
फरारी के दौरान शादी कर ली और पांच बच्चे हो गए
गिरफ्तारी के डर से आरोपी 30 साल से अपने गांव नीम का खेड़ा भी नहीं आया. फरारी के दौरान उसने शादी कर ली. उसके पांच बच्चे भी हो गए. वह जयपुर के कानोता थाना इलाके में अपनी पत्नी और 5 बच्चों के साथ रह रहा था. वह जब गिरफ्तार नहीं हुआ तो कोर्ट ने उसे उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया. पुलिस की ओर से आरोपी की गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.
नाम ओमप्रकाश से बदलकर शम्भूदयाल रख लिया था
आरोपी ने अपना नाम ओमप्रकाश से बदलकर शम्भूदयाल रख लिया था. वह जयपुर के कानोता में रह रहा था. उसने जयपुर की आईडी बनवा रखी थी. आरोपी फरारी के दौरान किसी भी रिश्तेदार के संपर्क में नहीं आया. वह मजदूरी करके घर चलाता रहा. पिछले दिनों उसके जयपुर के कानोता इलाके में होने की जानकारी मिली. इस पर तीन पुलिसकर्मियों की एक टीम उसे पकड़ने के लिए भेजी गई. इस टीम ने वहां पांच दिन तक दूध वाला और मजदूर बनकर काम किया और ओमप्रकाश की रैकी. सभी बातें पुख्ता हो जाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.