28 जून से शुरू अमरनाथ यात्रा परंपरा के अनुसार 22 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी. इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक और यस बैंक की 446 चयनित शाखाओं में एक अप्रैल से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी. इस बार अमरनाथ यात्री (Amarnath) सामान्य पंजीकरण के अलावा पांच से अधिक यात्रियों का समूह पंजीकरण भी करा सकेंगे. यह सुविधा यात्रा के दोनों मार्ग बालटाल और पहलगाम के लिए उपलब्ध होगी.
यात्रियों के समूह पंजीकरण के लिए प्रति यात्री फीस 200 रुपये तय की गई है. समूह पंजीकरण के लिए समूह के लीडर को अपने अन्य साथियों का ब्योरा देना होगा. 13 साल से कम और 75 साल से अधिक के लोग इस पंजीकरण के लिए अयोग्य होंगे. इसके साथ ही जानकारी दी गई है कि पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर पंजीकरण में प्राथमिकता दी जाएगी. समूह पंजीकरण के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जरूरी होगा. यह प्रमाणपत्र 15 मार्च के बाद से श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त डॉक्टरों और चिकित्सा केंद्रों से बनवाया जा सकेगा
इसके साथ ही पोस्टल या डाक के जरिये से ब्योरा भेजने पर यात्रियों के कुछ अलग से शुल्क लिया जाएगा. इसके रेट तय हो गए हैं. इसमें अधिकतर 50 यात्री एक साथ समूह पंजीकरण करवा सकेंगे. पोस्टल शुल्क में 1 से 5 सदस्यों के लिए 50 रुपये, 6 से 10 के लिए 100 रुपये, 11 से 15 के लिए 150 रुपये, 16 से 20 के लिए 200 रुपये, 21 से 25 के लिए 250 और 26 से 30 के लिए 300 रुपये रखा गया है,पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के चलते कुछ साधुओं ने ही यात्रा की थी जबकि 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से तीन दिन पहले, यानी दो अगस्त को आतंकवाद के खतरे के मद्देनजर यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था.