नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर बड़ा खुलासा किया है. पीएफआई का आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के साथ कनेक्शन का खुलासा हुआ है. पीएफई कैडर नौजवानों को रेडिकलाइज़्ड कर ISIS में शामिल करवा रहा था और उन्हें जिहाद के लिए जान देने को उकसा रहा था.
ED की जांच में ये भी सामने आया कि देश मे आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के लिए PFI विदेशी फंडिंग में भी शामिल था. ये पैसा चंदे और हवाला के ज़रिए भारत मे PFI से जुड़े लोगों तक पहुंचाया जा रहा था. PFI देश में धार्मिक सौहार्द्र को तोड़कर यहां हिंसा और दंगों के लिए माहौल तैयार कर रहा था.
ED जांच में ये भी सामने आया कि मई 2009 से मई 2022 तक PFI के 29 अकाउंट में करीब 62 करोड़ जमा किए गए, जिनमे से 32.07 करोड़ कैश में जमा किया गया था. PFI के खाड़ी देशों में हज़ारों एक्टिव मेंबर्स थे जो PFI के लिए फंड इकट्ठा करते थे जो देश मे आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया जाना था
ED की जांच में ये भी सामने आया कि PFI पर प्रतिबंध लगने के बाद SDPI नाम से पोलिटिकल विंग को एक्टिव किया गया. जांच में खुलासा हुआ PFI और SDPI गल्फ देशों में IFF-ISF यानी इंडियन फर्टेनिटी फॉरम और इंडियन सोशल फॉरम नाम की 2 संस्थाओं के ज़रिए वहां से फण्ड इकट्ठा कर भारत में गैर कानूनी तरीके से हवाला के ज़रिए पैसे भेज रही थी
हैरानी की बात ये है कि SDPI में भी ज्यादातर मेंबर वही थे जो PFI में भी थे. जैसे ई अबु बकर, और पी.कोया (ex सिमी लीडर था,जोकि एक आतंकी संगठन था) जांच में ये भी पता चला की कुछ साल पहले ED की रेड में सामने आ चुका था कि SDPI को PFI द्वारा कंट्रोल किया जा रहा था, मतलब साफ है कि SDPI PFI का ही मुखौटा है, जिसको लेकर जांच एजेंसियां तफ्तीश में जुटी हैं.