प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के संगम तट पर आयोजित महाकुंभ में एक बार फिर भीड़ उमड़ पड़ी है. आलम यह है कि सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारे हैं. लोग प्रयागराज शहर के अंदर 20-20 किलोमीटर तक पैदल चलकर संगम तट पहुंच रहे हैं. ऐसे सैकड़ों-हजारों लोग हैं, जो अपनों को लेकर शहर के अंदर और बाहर फंसे हुए हैं. जहां कुछ सौ रुपये तक में कमरे मिल जाते थे, वहां अब हजारों रुपये में कमरे मिल रहे हैं. ये कोई गढ़ी हुई कहानी नहीं है. बल्कि महाकुंभ से लौटकर आए एक श्रद्धालु की कहानी है,
दिनेश राणा नाम के शख्स बीते शुक्रवार को अपने कुछ दोस्तों को साथ महाकुंभ के लिए बस से निकले थे. वैसे तो आमतौर पर जब आप दिल्ली से प्रयागराज के लिए बस या गाड़ी से जाएंगे तो औसतन 10 से 12 घंटे लगते हैं या थोड़ा बहुत कम-ज्यादा भी वक्त लग जाते हैं. लेकिन दिनेश राणा रविवार की सुबह पहुंचे, वो भी प्रयागराज शहर से बाहर यानी कि संगम तट से करीब 20 किलोमीटर. अब 20 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए उन्होंने साधन ढूंढना शुरू किया. लेकिन पहले तो कोई साधन नहीं मिला. लेकिन जब एक-दो ई-रिक्शा मिले तो 1000 रुपये से कम में जाने को तैयार नहीं हुए.
वहीं कुछ बाइक सवार भी थे, वो 500-600 रुपये की मांग कर रहे थे. दिनेश जैसे-तैसे 20 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया और संगम तट पर पहुंचे. इसके बाद जब वो वहां से अपने दोस्तों के साथ निकले तो उन्होंने इतनी थकान के बाद आराम करने को सोचा. इसके लिए जब उन्होंने होटल ढूंढना शुरू किया तो, जहां होटलो के कमरों का किराया औसतन 1000 रुपये होना चाहिए, वो हर घंटे का 5000 रुपये मांग रहे थे.