नई दिल्ली. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सारा शर्मा को शुक्रवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के रूप में शामिल किया गया. केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के आदेश में यह जानकारी दी गई है. शर्मा ओडिशा कैडर के 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. आदेश में कहा गया है कि उन्हें पांच साल के लिए सीबीआई में डीआईजी के रूप में शामिल किया गया है.
इसके अलावा सीबीआई में दो वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यकाल को भी विस्तार दिया गया है. कार्मिक मंत्रालय के एक अन्य आदेश के अनुसार, डीआइजी पी मुरुगन का कार्यकाल 15 मार्च 2027 तक बढ़ा दिया गया है. वर्तमान में सीबीआई में पुलिस अधीक्षक विद्युत विकास का प्रतिनियुक्ति कार्यकाल 18 फरवरी, 2025 तक बढ़ा दिया गया है.
एंट्री नक्सल ट्रेनिंग ली…
एक इंटरव्यू के दौरान सारा शर्मा ने कहा था कि प्रोबेशनर के रूप में उनकी प्रारंभिक पोस्टिंग बलांगीर जिले में थी जहां वो सदर थाने की प्रभारी थी. बाद में, उनकी ऑपरेशनल पोस्टिंग हुई जहां उन्हें व्यावहारिक नक्सली प्रशिक्षण दिया गया. इसके बाद उन्हें अंगुल के अतिरिक्त एसपी और अस्का में एसजीपीओ के रूप में तैनात किया गया था, जो सीएम का निर्वाचन क्षेत्र था. बाद में उन्हें सोनपुर, देवगढ़ और गजपति में एसपी के रूप में तैनात किया गया
आईपीएस सारा शर्मा आईपीएस बनने से पहले हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर और भुवनेश्वर में केआईआईटी लॉ स्कूल में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम कर चुकी हैं. पुलिस अधिकारी बनने के बाद उन्हें पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में काम करने का मौका मिला, जहां उन्होंने प्रिंसिपल के रूप में अपनी सेवाएं दी. शर्मा बीजू पटनायक राज्य पुलिस अकादमी के एसपी के पद पर भी तैनात रह चुकी हैं.