नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पिछले साल अक्टूबर से ही जेल में बंद हैं. उनपर शराब नीति मामले में हेराफेरी करने का आरोप लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस मामले की जांच कर रही है. इस बीच, जेल में बंद संजय सिंह ने एक भावुक चिट्ठी लिखी है. AAP सांसद की बेटी इशिता सिंह ने इसे एक सभा में पढ़कर सुनाया. इस सभा में काफी संख्या में लोग मौजूद थे. इस मौके पर संजय सिंह के पिता दिनेश सिंह और उनकी पत्नी अनीता सिंह भी मौजूद थीं
संजय सिंह की बेटी इशिता सिंह ने आजाद सेवा समिति 28वें वार्षिकोत्सव में अपने पिता की चिट्ठी का उल्लेख किया. उन्होंने पत्र का मजमून भी पढ़कर सबको सुनाया. संजय सिंह ने इसमें लिखा, ‘मुझे आपलोगों के साथ की काफी जरूरत है. मेरे परिवार और मेरे लोगों को कोई भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए. किसी का इलाज या किसी की पढ़ाई भी नहीं रुकनी चाहिए. मैं अंदर हूं तो क्या हुआ, लेकिन मेरे लोग बाहर हैं. मैं अगर जेल में हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि गरीबों का काम रुक जाएगा
आपके साथ की वजह से…’
संजय सिंह की बेटी इशिता ने आगे कहा कि हमने उनकी (पिता संजय सिंह) हिम्मत को देखकर ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया. आपलोगों के साथ की वजह से ही सुल्तानपुर जैसी छोटी जगह से निकले संजय सिंह संसद में हमारी हक के लिए आवाज उठाते हैं. वह आवाज सिर्फ संजय सिंह की नहीं, बल्कि हर गरीब और जरूरतमंदों की आवाज है. यदि आपका साथ नहीं रहेगा तो वह आपके हक की आवाज संसद में नहीं उठा सकेंगे
जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित
दिल्ली शराब नीति मामले में AAP सांसद संजय सिंह फिलहाल जेल में हैं. संजय सिंह को उत्पाद नीति घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. ईडी ने आरोप लगाया है कि संजय सिंह ने अब समाप्त हो चुकी उत्पाद शुल्क नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे कुछ शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को लाभ हुआ. दिल्ली उच्च न्यायालय ने उत्पाद शुल्क नीति मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप सांसद संजय सिंह द्वारा दायर जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया है