सनातन धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है, और मां दुर्गा की उपासना का यह पर्व भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है. यह पर्व साल में चार बार आता है: चैत्र नवरात्रि, वसंत नवरात्रि, आश्विन नवरात्रि, और पौष नवरात्रि.
शारदीय नवरात्रि अश्विन मास (आश्विन महीना) के चालते चैत्र मास (चैत्र महीना) के बीच मनाई जाती है, जब देवी दुर्गा की पूजा और अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. इस पूरे अवधि को नौ दिन के रूप में मनाया जाता है, और प्रतिदिन एक विशेष रूप की पूजा की जाती है. निम्नलिखित हैं इसके दिनों के रूप:
पहले दिन – मां शैलपुत्री
दूसरे दिन – मां ब्रह्मचारिणी
तीसरे दिन – मां चंद्रघंटा
चौथे दिन – मां कूष्मांडा
पांचवे दिन – मां स्कंदमाता
छठवें दिन – मां कात्यायनी
सातवें दिन – मां कालरात्रि
अष्टमी (आठवें) दिन – मां महागौरी
नौवें दिन – मां सिद्धिदात्री
15 अक्टूबर शुरू हो रही है नवरात्रि
यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है, और लोग मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित करते हैं, गरबा और रामलीला के आयोजन भी किए जाते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज शुक्ला द्वारा दी गई तिथियों के साथ, इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर 2023 से शुरू हो रही है और 23 अक्टूबर तक चलेगी, जैसा कि आपने उल्लिखित है. इस नवरात्रि के दौरान, भक्त नौ दिन तक पूजा और आराधना करते हैं, और अपनी श्रद्धा और भक्ति के अनुसार मां दुर्गा को आराधना करते हैं.