नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने बुधवार को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष किया. स्मृति ईरानी ने अब महिला आरक्षण बिल का श्रेय लेने वाले सभी लोगों की आलोचना की. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस में हिस्सा लेते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि वे कहते हैं कि सफलता के कई पिता होते हैं और असफलता का कोई नहीं होता. इसलिए जब महिला आरक्षण बिल आया तो कुछ लोगों ने इसे ‘हमारा बिल’ कहा, कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने पत्र लिखा है.’ यह, कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने संपूर्ण संवैधानिक ढांचा निर्धारित किया है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि आज एक सम्मानित महिला नेता ने लोकसभा में अपना भाषण दिया. मैं उन्हें दो चीजें स्पष्ट करने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं. हमें हमेशा बताया जाता है कि संविधान में 73वें और 74वें संशोधन के लिए एक विशेष परिवार को श्रेय दिया जाता है. लेकिन आज उन्होंने संसद में स्पष्ट किया कि यह काम पीवी नरसिम्हा राव ने किया था. स्मृति ईरानी ने कहा, ‘उन (पीवी नरसिम्हा राव) के निधन पर उनके पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय में नहीं रखने दिया गया.’
संविधान में धर्म-आधारित कोटा की अनुमति नहीं
स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने (सोनिया गांधी) यह भी पूछा कि विधेयक अब क्यों लागू नहीं किया जाएगा. हम सब जानते हैं कि उन्हें संविधान को विकृत करने की आदत है. लेकिन हमारे लिए यह पवित्र है. क्या विपक्षी नेता चाहते हैं कि हम संविधान का उल्लंघन करें? फिर यह आरोप है कि मुसलमानों और ओबीसी के लिए आरक्षण क्यों नहीं? वे शायद नहीं जानते कि संविधान में धर्म-आधारित कोटा की अनुमति नहीं है. स्मृति ईरानी ने कहा, विपक्ष, देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है.
महिला आरक्षण बिल पर क्या बोलीं सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने चर्चा के दौरान अपने भाषण में कहा कि ‘राजीव गांधी का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है. इस बिल के पारित होने से वह पूरा हो जाएगा.’ कांग्रेस इस बिल का समर्थन करती है. इस बिल के पारित होने से हमें खुशी होगी लेकिन हमारी एक चिंता भी है. मैं प्रश्न पूछना चाहती हूं. सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले 13 वर्षों से, भारतीय महिलाएं अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों का इंतजार कर रही हैं, और अब उन्हें कुछ और वर्षों तक इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है – दो साल, चार साल, छह साल, आठ साल